कृषि उत्पादन मंडी समिति परिसर में लॉपिंग की आड़ में 20 फलदार और छायादार पेड़ काट दिए गए। ठेकेदार ने लॉपिंग की सूचना भी वन विभाग को नहीं दी। मामला सूचना के अधिकार में उजागर हुआ है। फुटकर फल एवं सब्जी मंडी समिति के अध्यक्ष राजू गुप्ता ने कृषि उत्पादन मंडी समिति ऋषिकेश के परिसर में काटे गए फलदार और छायादार पेड़ों की जानकारी के लिए वन विभाग से सूचना का अधिकार से मांगी। राजू गुप्ता ने बताया कि सूचना के अधिकार में उन्हें जानकारी मिली कि मंडी समिति परिसर में 20 फलदार-छायादार पेड़ों की लॉपिंग की अनुमति दी गई। लॉपिंग के दौरान वन विभाग के कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे। इसके उलट जब पेड़ाें की लॉपिंग की जा रही थी तब वहां वन विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं था। मई 2024 लॉपिंग का काम किया गया।
ऋषिकेश रेंज अधिकारी गंभीर सिंह धमांदा ने बताया कि कृषि उत्पादन मंडी समिति के पदाधिकारियों ने पेड़ लॉपिंग का टेंडर जिस ठेकेदार को टेंडर दिया था उसने वन विभाग को इसकी कोई सूचना नहीं दी। नियमानुसार ठेकेदार को पेड़ों की लॉपिंग करने से पहले वन विभाग को इसकी सूचना देनी थी। उसके बाद वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों की देखरेख में पेड़ों की लॉपिंग का काम होता। ठेकेदार की लापरवाही पर वन विभाग की ओर से कृषि उत्पादन मंडी समिति को नोटिस भेजा गया है। साथ ही लॉपिंग की आड़ में काटे गए छायादार और फलदार पेड़ों पर समिति के खिलाफ वन अधिनियम के तहत नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
कृषि उत्पादन मंडी समिति परिसर के 20 फल-छायादार पेड़ काट डाले
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