मौसम खराब होने से बुधवार को क्षेत्र के दो राज्यमार्ग समेत कई आठ अन्य सड़कों पर मलबा आ गया। इससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। हरिपुर-कोटी-मीनस मार्ग पर 200 वाहन फंस गए। सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग ने मलबा हटाना शुरू किया। देर रात तक मार्ग खोलने का काम जारी रहा।सबसे अधिक परेशानी हरिपुर-कोटी-क्वानू-मीनस राज्य राजमार्ग पर हुई। जौनसार बावर के 30 से अधिक गांवों व हिमाचल प्रदेश को जोड़ने वाला प्रमुख हरिपुर-कोटी-क्वानू-मीनस मार्ग सुबह सात बजे मलबा आने से लालढांग स्थान पर बंद हो गया। मार्ग से आवागमन करने वाले लगभग दो सौ वाहन फंस गए हैं। उधर, क्षेत्र की प्रमुख छिबरौ जलविद्युत परियोजना के कर्मचारियों की आवाजाही भी बंद हो गई। विदित हो कि मोटरमार्ग पर मंगलवार की शाम भी मलबा आया था। उसे साफ कर रात साढ़े दस बजे खोल दिया गया था।
लोक निर्माण विभाग की अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल ने बताया कि मार्ग को खोलने के लिए जेसीबी लगी हुई हैं। लगातार पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण समस्या उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कहा कि मार्ग को देर रात तक खोल लेने की संभावना है।अन्य मार्गों में चुनाऊ-पिनगिरी मोटरमार्ग एक स्थान पर बंद रहा। इसी प्रकार से लोक निर्माण विभाग अस्थाई खंड चकराता का लाखामंडल-चकराता राज्य राजमार्ग पर तीन स्थान पर बंद रहा। टुंगरा मोटरमार्ग एक स्थान पर, क्यारापुल-डामटा से कोटा म्यूंडा मोटरमार्ग दो स्थान पर, सारनी मोटरमार्ग दो स्थान पर, बगूर मोटरमार्ग एक स्थान पर, सुनई-पेनुवा मोटर मार्ग दो स्थान पर बद रहा। लोक निर्माण विभाग साहिया की अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल और लोनिवि चकराता के सहायक अभियंता आदित्य ठाकुर ने बताया कि क्षेत्र के बंद मार्गों को खोलने का काम जारी है। मौसम खराब होने से थोड़ी बाधाएं भी आ रही हैं।
टोंस में अधिक तो यमुना में कम रहा जलप्रवाह
विकासनगर। बुधवार को यमुना में चेतावनी स्तर से कम और टोंस में चेतावनी स्तर से ऊपर पानी रहा। यमुना में चेतावनी स्तर 455.37 मीटर से 91 सेमी नीचे 454.46 मीटर पर प्रवाह रहा। टोंस अपने चेतावनी स्तर 644.60 से पांच सेमी अधिक 644.65 मीटर पर बह रही थी।