डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि बच्चों से कराई जा रही भिक्षावृत्ति और उनके साथ होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए मार्च में सभी जिलों व प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशन पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने अभियान चलाया। पुलिस ने भिक्षावृत्ति के खिलाफ अभियान ‘ऑपरेशन मुक्ति’ के तहत प्रदेशभर में 378 बच्चों को चौराहों से हटाकर स्कूल तक पहुंचाया। इसके लिए पुलिस ने एक माह के भीतर 892 बच्चों का सत्यापन किया था। इसके बाद स्कूल ना जाने वाले इन बच्चों का विभिन्न स्कूल में दाखिला कराया। इनके अलावा भी कुछ और बच्चे भिक्षा को छोड़कर शिक्षा की राह पर जाने के लिए तैयार हैं।
स्कूल-कॉलेजों, सार्वजनिक स्थानों, महत्वपूर्ण चौराहों, सिनेमाघरों, बस व रेलवे स्टेशनों, धार्मिक स्थलों आदि स्थानों पर बच्चों को भिक्षा न दिए जाने के संबंध में तमाम माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया।
अभियान के दौरान भिक्षा मांगने, कूड़ा बीनने, गुब्बारे बेचने आदि में लगे कुल 892 बच्चों का सत्यापन किया गया। अब तक 378 बच्चों का विद्यालयों में दाखिला कराया जा चुका है। अभियान के दौरान बाल श्रम करते पाए गए छह बच्चों को रेस्क्यू कर उनसे मजदूरी कराने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई।







