वाहनों की गति पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग ने अभियान चलाया। एआरटीओ प्रवर्तन ने 38 वाहनों के चालान किए। इनमें पांच चारधाम यात्रा वाहन भी शामिल थे। अभियान सोमवार को भी जारी रहेगा।पछवादून क्षेत्र में देहरादून पांवटा और दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगातार तेज रफ्तार वाहनों के कारण हादसे हो रहे हैं। सहसपुर में एक तेज रफ्तार बस के पलटने से एक छात्र समेत दो लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, सेलाकुई में एक तेज रफ्तार कार ने 10 बच्चों को टक्कर मार कर घायल कर दिया था। विकासनगर में एक डंपर ने बाइक सवार को रौंद दिया था। उसके बाद पुलिस और परिवहन विभाग ने वाहनों की गति पर अंकुश लगाने के लिए चेकिंग अभियान चलाया। रविवार को एआरटीओ प्रवर्तन अनिल नेगी ने दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर तेज रफ्तार वाहनों पर चालान की कार्रवाई की। एआरटीओ ने बताया कि 38 वाहनों के चालान किए गए। इनमें से दो चारधाम यात्रा बस और तीन टैक्सी थी। बताया कि अन्य वाहनों में कार, यूटिलिटी और निजी बस शामिल रही। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाजार या घनी आबादी क्षेत्र के बीच गति को 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक निर्धारित किया है। बताया कि जिन वाहनों के चालान किए गए उनकी अधिकतम गति 85 किमी प्रति घंटा से अधिक थी।
दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर तेज रफ्तार 38 वाहनों के चालान
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