Sunday, September 21, 2025
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अल्ट्रासाउंड के लिए हिमाचल और विकासनगर ही सहारा

सीमांत तहसील क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, त्यूणी में इस बार गर्भवती महिलाओं और मरीजों की अल्ट्रासाउंड जांच नहीं हो पाई। सार्वजनिक अवकाश के चलते अल्ट्रासाउंड जांच के लिए निर्धारित दिन पर अस्पताल में ओपीडी सेवाएं बंद रही। अस्पताल में प्रत्येक महीने के पहले शुक्रवार को अल्ट्रासाउंड जांच की जाती है। गर्भवती महिलाओं और मरीजों को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए हिमाचल प्रदेश के रोहड़ू या विकासनगर जाना पड़ रहा है।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, त्यूणी में गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिए तत्कालीन डीएम सोनिका ने अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा शुरू करवाई। प्रत्येक महीने के पहले शुक्रवार का दिन अल्ट्रासाउंड जांच के लिए निर्धारित किया गया है। उप जिला अस्पताल, मसूरी के रेडियोलॉजिस्ट गर्भवती महिलाओं और मरीजों की जांच के लिए अस्पताल में आते हैं।

एक नवंबर को सार्वजनिक अवकाश था। इसके चलते अस्पताल बंद रहा। गर्भवती महिलाओं और मरीजों की जांच नहीं हो पाई। अब गर्भवती महिलाओं और मरीजों को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए करीब 45 किलोमीटर दूर हिमाचल प्रदेश के रोहड़ू अस्पताल या 130 किलोमीटर दूर उप जिला अस्पताल, विकासनगर जाना पड़ रहा है।पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र सिंह राणा ने बताया कि एक नवंबर को सार्वजनिक अवकाश था। इस कारण अल्ट्रासाउंड जांच और ओपीडी कैंप नहीं लग पाया। बताया कि अब, छह दिसंबर को ही जांच होगी।इस बार अल्ट्रासाउंड जांच नहीं हुई। शुक्रवार को छुट्टी थी तो अन्य दिन जांच हो सकती थी। विकासनगर तो दूर है अब अल्ट्रासाउंड जांच के लिए रोहड़ू जाना पड़ेगा। बसों में परेशानी होती है। बुकिंग पर वाहन कर ले जाने पर किराये और अल्ट्रासाउंड समेत तीन हजार रुपये का खर्चा आ जाता है। – निकिता नेगी, गर्भवती महिला

इस बार अल्ट्रासाउंड जांच करवानी थी। पता चला कि शुक्रवार को छुट्टी है। अब, डॉक्टर अगले महीने ही आएंगे। कभी-कभी डॉक्टर के छुट्टी पर जाने से दो-तीन महीने भी जांच नहीं हो पाती है। दुर्गम क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं के लिए बड़ी परेशानी है। – पानकली, गर्भवती महिला

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