श्रीनगर/पौड़ी। उत्तराखंड के पहाड़ों में गर्मियों के बाद अब सर्दियों में भी पानी की किल्लत होने लगी है। पौड़ी गढ़वाल जिले के उज्याड़ी गांव में लोगों के घरों में नल तो हैं। लेकिन उन नलों में पानी नहीं आ रहा है। लोगों को दूर जल स्रोतों से पानी लाना पड़ा रहा है। इससे मजबूरन ग्रामीणों ने मंगलवार को जिलाधिकारी पौड़ी से मुलाकात कर समस्या के निराकरण की मांग की। पौड़ी के उज्याड़ी गांव के ग्रामीणों ने डीएम आशीष चौहान से मुलाकात करते हुए जल जीवन मिशन योजना की कार्य गुणवत्ता पर सवाल उठाए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जल संस्थान उनके गांव में जल जीवन मिशन योजना के दूसरे चरण का कार्य पूरा होने का दावा कर रहा है। लेकिन गांव के ग्रामीणों को योजना से पर्याप्त मात्रा में पानी नसीब ही नहीं हो रहा है। इससे ग्रामीणों की दिक्कत बढ़ रही है। योजना का लाभ न मिलने से ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ भी आक्रोश बढ़ रहा है।
उज्याड़ी ग्राम प्रधान सुदर्शन नेगी ने बताया कि कार्य गुणवत्ता में बरती गई लापरवाही के कारण ग्रामीणों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिससे ग्रामीण परेशान हैं. ग्रामीणों को कई किलोमीटर दूर से पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। गांव की एक अन्य बुजुर्ग महिला रूपा देवी ने बताया कि गांव में चार पांच दिन बाद पानी आता है। एक दिन आता है फिर बंद हो जाता है। गांव में जो जल जीवन मिशन के पाइप लगाए गए हैं। वो सही से नहीं लगाए गए हैं। इससे ग्रामीणों को इस तरह की परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों की शिकायत पर डीएम पौड़ी आशीष चौहान का कहना है कि जल जीवन मिशन योजना में आ रही खामियों को जल्द दूर किया जाएगा। इस संबंध में उनके द्वारा संबंधित विभाग को आदेश जारी किए गए हैं। जल्द ग्रामीणों की इस समस्या का हल निकाला जाएगा।