सर्दियों में सबसे अधिक चोरी की घटनाएं होती हैं। पछवादून क्षेत्र में सीजन की शुरुआत में ही चोरी की आधा दर्जन घटनाएं हो चुकी हैं। चोर बेखौफ होकर एक के बाद एक घरों के ताले चटका रहे हैं। चोरी की बढ़ती घटनाओं के पीछे का कारण रात को पिकेट से पुलिसकर्मियों के गायब रहने और क्षेत्र के अंदरूनी मार्गों पर गश्त न होना माना जा रहा है। रात में चेकिंग न होने से शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर भी अंकुश नहीं लग पा रहा है।पछवादून क्षेत्र में विकासनगर कोतवाली, सहसपुर और सेलाकुई थाना है। जौनसार बावर में कालसी, चकराता और त्यूणी तीन थाने हैं। सबसे अधिक आपराधिक घटनाएं विकासनगर कोतवाली, सहसपुर और सेलाकुई थाना क्षेत्र में होती है। यही कारण है यहां कड़ी निगरानी व्यवस्था की जरूरत है। क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस गश्त और चेकिंग अभियान चलाती है।
क्षेत्र में सभी अभियान दिन के उजाले में ही चल रहे हैं। नशीले पदार्थों की तस्करी, अवैध पशु कटान, हथियारों के साथ पकड़ने की अधिकतर कार्रवाई दिन में ही दर्ज हो रही है। जब रात हो जाती है तो पुलिस का गश्ती दल भी क्षेत्र से गायब हो जाता है। जबकि, एसएसपी अजय सिंह ने पुलिसकर्मियों को क्षेत्र में पैदल गश्त करने के निर्देश दिए है। अधिकतर पिकेट पर भी पुलिसकर्मी नजर नहीं आते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि पछवादून के पॉश इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक चोरों के निशाने पर हैं। चोरों ने एक सप्ताह के दौरान एक के बाद एक आधा दर्जन चोरी की घटनाओं को अंजाम दिए हैं। कुछ चोरी की घटना तो पुलिस थानों और चौकियों के बेहद नजदीक ही हुई हैं। दो चोरियों का खुलासा करने में पुलिस सफल रही।
घटनाएं
6 नवंबर – चिरंजीपुर और मार्टिनडेल में दो घरों से नकदी, आभूषण व अन्य सामान की चोरी
7 नवंबर – सहसपुर में मंदिर से तांबे के नाग और दान पात्र से दो हजार रुपये की चोरी
10 नवंबर – सेलाकुई के हरिपुर में घर से नकदी, आभूषण और अन्य सामान की चोरी
10 नवंबर – सहसपुर के जमनीपुर में घर से 1.60 लाख रुपये की चोरी
10 नवंबर – दिनकर विहार स्थित घर से नकदी और आभूषण की चोरी
सीओ विकासनगर भाष्कर लाल शाह ने बताया कि पुलिस टीम क्षेत्र में लगातार गश्त करती है। चेकपोस्ट पर वाहनों की चेकिंग भी जाती है। हाल में दो चोरियों का खुलासा भी किया गया था। सर्दियों के सीजन को देखते हुए कोतवाली और थाना क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए जा रहे हैं।