ऋषिकेश, 19 नवंबर 2024: श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, टिहरी गढ़वाल का पंचम दीक्षांत समारोह 19 नवंबर 2024 को पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश में बड़े धूमधाम और गरिमामय तरीके से आयोजित किया गया। इस खास अवसर पर उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल की गरिमामयी उपस्थिति में विभिन्न महाविद्यालयों के मेधावी छात्र-छात्राओं को उनकी शानदार शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए गोल्ड मेडल और उपाधियां प्रदान की गईं।
समारोह के दौरान, देहरादून स्थित पेस्टल वीड कॉलेज ऑफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी की चार छात्राओं ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल हासिल किया। ये छात्राएं अपने पाठ्यक्रम में सबसे उच्च अंकों के साथ सफल हुईं, जिससे उन्होंने न केवल अपने संस्थान बल्कि पूरे विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया।
गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली छात्राओं का विवरण इस प्रकार है:
- पूजा (सत्र 2018-22, B.Sc. B.Ed., 78.22%)
- रितिका (सत्र 2018-22, B.A. B.Ed., 76.34%)
- साक्षी सेमवाल (सत्र 2019-23, B.Sc. B.Ed., 74.36%)
- अंशिका जुड़ियाल (सत्र 2019-23, B.A. B.Ed., 77.49%)
इन सभी छात्राओं को विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय द्वारा गोल्ड मेडल और उपाधि प्रदान की गई। इस दौरान राज्यपाल ने अपने संबोधन में मेधावी छात्रों की प्रशंसा की और उन्हें भविष्य में सफलता की शुभकामनाएं दीं।
कॉलेज और परिवार में हर्ष का माहौल
इस उपलब्धि पर पेस्टल वीड कॉलेज ऑफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी की प्रधानाचार्य, डॉ. अनीता वर्मा, ने अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “यह हमारे महाविद्यालय और छात्रों की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। यह उपलब्धि केवल छात्राओं के लिए ही नहीं, बल्कि उनके परिवार, शिक्षकों और पूरे कॉलेज के लिए गर्व का क्षण है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह सम्मान छात्रों को प्रेरित करेगा और अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। डॉ. वर्मा ने छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें समाज और राष्ट्र के विकास में योगदान देने की सलाह दी।
महत्वपूर्ण योगदान
पेस्टल वीड कॉलेज, देहरादून, शिक्षा के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट संस्थान के रूप में उभरा है। संस्थान न केवल छात्रों को शैक्षणिक स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है, बल्कि उनके सर्वांगीण विकास पर भी जोर देता है। गोल्ड मेडल हासिल करने वाली इन छात्राओं की सफलता ने कॉलेज को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में योगदान दिया है।
इस समारोह ने न केवल छात्रों के मेहनत को मान्यता दी, बल्कि उत्तराखंड के शैक्षणिक संस्थानों के महत्व और उनकी गुणवत्ता को भी रेखांकित किया।