देहरादून। कैंट थाना क्षेत्र के अंतर्गत चकराता रोड पर स्थित एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल के परिसर क्षेत्र में ध्वस्त मजार का दोबारा से निर्माण कराने का मामला सामने आया है। मामले को लेकर विरोध भी होने लगा है। ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए बिंदाल चौकी प्रभारी की तहरीर के आधार पर अज्ञात ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस की ओर से अज्ञात ठेकेदार की तलाश की जा रही है।
मजार को लेकर फूटा लोगों का गुस्सा। इससे पहले हाल में ही मजार को लेकर फोटो और वीडियो वायरल हुए थे। जिन्हें लेकर हिंदू संगठन विरोध में आ गए थे। उसके बाद प्रशासन ने हरकत में आकर मजार को ध्वस्त कर दिया था, लेकिन अब फिर से मजार का निर्माण करने का मामला सामने आया है। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बिंदाल चौकी प्रभारी रजनीश सैनी ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि चकराता रोड चौड़ीकरण की जद में आ गई थी। जिसके चलते प्रतिष्ठित निजी स्कूल परिसर में 60-70 साल पुरानी मजार ध्वस्त हो गई थी। इसके बाद अज्ञात ठेकेदार ने मजार का पुनर्निर्माण शुरू कर दिया, लेकिन जब यह मामला सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो हिंदू संगठन के लोग विरोध में आ गए।
ऐसे में मजार को लेकर क्षेत्रीय जनता में रोष देखने को मिल रहा था। जिसके बाद सांप्रदायिक सौहार्द और शांति व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन की टीम ने कुछ दिन पहले मौके पर जाकर मजार को ध्वस्त कर दिया। उसके बाद प्रशासनिक जांच में पाया गया गया कि यह निर्माण लोक मार्ग, लोक पार्क और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अनाधिकृत धार्मिक संरचना को हटाने संबधी नीति 2016 का उल्लंघन है। जिसकी रिपोर्ट पुलिस को भी दी गई.बिंदाल चौकी प्रभारी की तहरीर के आधार पर अज्ञात ठेकेदार के खिलाफ धारा तीन लोक संपत्ति नुकसान निवारक अधिनियम के तहत कैंट कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही यह अवैध निर्माण सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। – अजय सिंह, एसएसपी, देहरादून