ठंड बढ़ने के साथ उप जिला अस्पताल विकासनगर में त्वचा रोग के मामले बढ़े हैं। ओपीडी में रोजाना 30 से 35 मरीज ऐसे आ रहे हैं। अस्पताल में त्वचा रोग विशेषज्ञ नहीं है। इस स्थिति में मरीजों को सामान्य रोग चिकित्सा की ओपीडी में अन्य विशेषज्ञों को दिखाना पड़ रहा है। संक्रमण गंभीर होने पर मरीजों को रेफर कर दिया जाता है।उप जिला अस्पताल की ओपीडी में बुधवार को 557 मरीज आए। इनमें से 407 नए और 150 पुराने मरीज थे। सबसे अधिक मरीज सामान्य ओपीडी में दिखाने आए। इनमें से 30 मरीज शरीर में खुजली, लाल चक्कते, दाने, जलन आदि त्वचा रोग के थे।
सोरायसिस, एटोपिक डर्मेटाइटिस और सेबोरिक डर्मेटाइटिस के कुछ पुराने मरीज दिखाने आए थे। सभी मरीज सामान्य रोग चिकित्सा की ओपीडी में ही दिखा रहे थे। अस्पताल में त्वचा रोग विशेषज्ञ न होने के कारण कुछ गंभीर या पुराने त्वचा संक्रमण के मरीजों को रेफर किया जा रहा था। सीएमएस डॉ. विजय सिंह ने बताया कि अस्पताल में त्वचा रोग विशेषज्ञ का पद शुरुआत से ही रिक्त चल रहा है। विभाग को समय-समय पर विशेषज्ञ की नियुक्ति के लिए मांग भेजी जाती है। मरीजों को सामान्य ओपीडी में उपचार दिया जाता है।
ऐसे करें बचाव
सीएमएस डॉ. विजय सिंह ने बताया कि सर्दियों में त्वचा शुष्क हो जाती है। इससे त्वचा में खुजली, जलन, दाने जैसी समस्या उत्पन्न होती है। बार-बार त्वचा को खुजलाने से उसमें घाव हो जाते है। इससे द्वितीयक संक्रमण की स्थिति भी बन जाती है। सर्दियों में पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। विटामिन सी युक्त फलों और ताजी हरी सब्जियों का सेवन करें। त्वचा को रूखा न होने दें उसपर वैसलीन या मॉइस्चराइजर लगाए।