बच्चों को दें स्नेह, भोजन, संरक्षण और शिक्षा, भिक्षा नहीं
देहरादून। जिला प्रशासन के तत्वावधान में भिक्षावृत्ति उन्मूलन अभियान के तहत 20 नवंबर 2024 को एक विशेष सर्च अभियान चलाया गया। इस अभियान में सहारनपुर चौक के पास एक नाबालिग बालक को भीख मांगते हुए देखा गया।
जिला प्रशासन की टीम ने तत्परता दिखाते हुए बालक को रेस्क्यू कर कोतवाली थाने पहुंचाया। वहां बालक की जनरल डायरी (जीडी) दर्ज की गई। उसके बाद मेडिकल परीक्षण करवाकर उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति ने निर्देश दिया कि बालक को शिशु सदन में भेजा जाए, जहां उसकी उचित देखभाल और संरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि समाज को बच्चों को भिक्षा देने के बजाय उनके लिए भोजन, शिक्षा, स्नेह और सुरक्षा की जिम्मेदारी उठानी चाहिए। उन्होंने अपील की कि भिक्षावृत्ति को जड़ से समाप्त करने के लिए सभी नागरिकों का सहयोग जरूरी है। जिलाधिकारी ने इसे बच्चों के भविष्य और समाज की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस अभियान में प्रशासन की टीम के साथ होमगार्ड वीरपाल सिंह राणा, होमगार्ड हेमा और चाइल्ड हेल्पलाइन की सदस्य सविता गोगिया ने सक्रिय भूमिका निभाई।
जिला प्रशासन ने नागरिकों से बार-बार अनुरोध किया है कि भिक्षावृत्ति रोकने के लिए जागरूकता फैलाएं और बच्चों को सुरक्षित, शिक्षित और संरक्षित जीवन प्रदान करने के लिए आगे आएं।