बाजपुर। गांव चनकपुर की महिला प्रधान के जाति प्रमाणपत्र की जांच छह महीने से यूपी के रामपुर जिले की स्वार तहसील में लंबित है। प्रधान की छोटी बहन दरखशा गांव के ही एक स्कूल में कक्षा आठ से उत्तीर्ण हुई। उसमें उसकी जाति शेख दर्ज है जो सामान्य जाति के अंतर्गत आती हैं। जबकि इशरत जहां की जाति राईन दर्शा कर पिछड़ी जाति का प्रमाणपत्र जारी किया गया है। एक ही परिवार में जाति में भिन्नता है। बाजपुर एसडीएम आरसी तिवारी की ओर से सितंबर 2023 को प्रधान के जाति प्रमाणपत्र को जांच के लिए स्वार तहसील को भेजा गया। छह माह बाद भी स्वार तहसील में मामला लटका है। एसडीएम आरसी तिवारी ने बताया कि स्वार तहसील से जाति प्रमाणपत्र की जांच रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्वार एसडीएम अनवीश कुमार का कहना है कि जाति प्रमाणपत्र की जांच तहसीलदार को सौंपी गई। उधर प्रधानपति जाकिर ने शिकायत को निराधार बताया है। वर्ष 2019 में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बाजपुर के ग्राम चनकपुर पिछड़ी महिला आरक्षित से इशरत जहां प्रधान निर्वाचित हुई थी। इशरत जहां का रामपुर जिले की स्वार तहसील के गांव मानपुर उत्तरी में मायका है। उसने पिछड़ी जाति का प्रमाणपत्र लगाया था। एक ग्रामीण ने प्रधान के जाति प्रमाणपत्र को फर्जी होने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी।