देहरादून। उत्तर प्रदेश के बरेली में गूगल मैप के सहारे सफर करने के दौरान कार पुल से गिरने से तीन युवकों की जान चली गई। इस हादसे के बाद उत्तराखंड में यातायात निदेशालय की ओर से अहम निर्देश जारी किए गए है। जिसके तहत उत्तराखंड में क्षतिग्रस्त सड़क और पुलों की जानकारी भी गूगल मैप में अपडेट होगी। साथ ही साइन बोर्ड, रिफ्लेक्टर टेप आदि लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
गूगल मैप को फॉलो करने पर पुल से गिरे थे तीन युवक। उत्तर प्रदेश में बरेली और बदायूं को जोड़ने वाले निर्माणाधीन पुल पर बड़ा सड़क हादसा हुआ था। जहां गूगल मैप पर बताए रास्ते को फॉलो करते हुए कार बरेली के फरीदपुर थाना क्षेत्र में रामगंगा नदी पर पुल से सीधे नीचे जा गिरी। इस हादसे में कार सवार फर्रुखाबाद के 3 युवकों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद उत्तराखंड में ट्रैफिक पुलिस अलर्ट हो गई है। उत्तराखंड में वर्तमान में कई जगहों पर पुल बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण कई जगह यातायात प्रभावित होती है। जिसके चलते सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए यातायात निदेशालय ने सुरक्षा उपाय करने के निर्देश जारी किए है। इसके साथ ही सर्दी बढ़ने के साथ मैदानी इलाकों में कोहरे का प्रकोप शुरू हो गया है, जिसके कारण सड़कों पर विजिबिलिटी में कमी आ रही है।
रात में रिफ्लेक्टर टेप, रेडियम और मीडियन मार्कर लगाने के निर्देश। रात के समय पुलिस राजमार्ग और दूसरे मार्गों पर जगह-जगह बैरियर लगाकर जांच करती है। ऐसे में यातायात निदेशालय ने निर्देश जारी किया है कि रात की चेकिंग में लगने वाले बैरियरों पर रिफ्लेक्टर टेप, रेडियम और मीडियन मार्कर लगाए जाए। वाहन चालक को दूर से यह नजर आए और वो इनसे टकराने से बच सके। सभी जिलों के पुलिस प्रभारियों को भेजे गए निर्देशों के अनुसार, प्रदेशभर में निर्माणाधीन या क्षतिग्रस्त पुल और सड़कों की जानकारी अपडेट करना होगा। साथ ही ऐसे स्थानों पर साइन बोर्ड, सूचना पट्ट और रिफ्लेक्टर टेप जैसे सुरक्षा उपाय करने को कहा गया है। नेविगेशन प्रणाली के जरिए गूगल मैप पर ऐसे स्थानों की स्थिति की सही जानकारी अपडेट की जाएगी। गूगल मैप से चलते समय वाहन चालक अपडेट रहें। सभी जिलों के पुलिस प्रभारियों को निर्माणाधीन और क्षतिग्रस्त पुलों एवं मार्गों की स्थिति की जानकारी लेकर गूगल मैप पर अपडेट कराने को कहा गया है। साथ ही मौके पर रिफ्लेक्टर और साइन बोर्ड आदि लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं। इस प्रक्रिया को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने को कहा गया है. सुरक्षा उपाय के बाद उसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी। – अरुण मोहन जोशी, यातायात निदेशक, उत्तराखंड