रामनगर। केरल के वन मंत्री एके ससींद्रन के साथ 15 लोगों का दल विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पहुंचा है। इस दल में शामिल वन मंत्री, विधायकों के साथ अन्य लोग शामिल हैं। उन्होंने कॉर्बेट पार्क को करीब से निहारा। साथ ही कॉर्बेट पार्क के अधिकारियों से यहां के वन एवं वन्यजीवों के प्रबंधन आदि विषयों पर अहम जानकारियां ली। केरल के वन मंत्री ने कॉर्बेट पार्क के प्रबंधन की तारीफ भी की।
केरल से दल पहुंचा है जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क। केरल से वन एवं वन्यजीव संरक्षण मंत्री एके ससींद्रन समेत 15 लोगों का दल दो दिवसीय दौरे पर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पहुंचा। दल में केरल के वन मंत्री एके ससींद्रन, केरल विधायक नजीब कंथापुरम, विधायक कुन्नपिल्ली के साथ ही वन विभाग के अफसर समेत 15 लोगों का दल कॉर्बेट पार्क पहुंचा। उन्होंने पार्क के बिजरानी पर्यटन जोन में रात्रि विश्राम किया। आज कॉर्बेट कार्यालय में केरल से पहुंचे वन मंत्री एके ससींद्रन समेत अन्य लोगों के साथ कॉर्बेट प्रशासन की एक अहम बैठक भी हुई। जिसमें केरल से आए दल ने कॉर्बेट पार्क में किस तरीके से वन्यजीव प्रबंधन किया जाता है? मानव वन्यजीव को लेकर क्या काम किए जा रहे हैं? अन्य वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर भी क्या प्रयास किए जा रहे हैं? इसकी जानकारी ली। साथ ही उन्होंने ये भी जाना कि करीब 1,213 स्क्वायर किलोमीटर में फैले कॉर्बेट पार्क में किस तरीके से इतने बाघ निवास करते हैं।
पर्यटन और वन्यजीवों की सुरक्षा में सामंजस्य देख केरल के मंत्री गदगद। केरल के वन मंत्री एके ससींद्रन समेत अन्य लोगों ने ये भी जाना कि किस तरह कॉर्बेट पार्क के अधिकारी और वन विभाग के कर्मचारियों की ओर से जंगलों में बाघों की सुरक्षा की जाती है, किस तरह उनका प्रबंधन किया जाता है। किस तरह पर्यटन और वन्यजीवों की सुरक्षा में सामंजस्य बैठाया जाता है. इसकी बारीकी से जानकारी ली। कॉर्बेट पार्क के प्रबंधन को देख केरल के वन मंत्री ससींद्रन ने कॉर्बेट प्रशासन की जमकर तारीफ की। साथ ही उन्होंने केरल में भी इस तरीके का टूरिज्म शुरू करने की बात कही।