कर्मचारी ने लोन पर ली गई कार फर्जी बैंक एनओसी लगाकर बेच डाली। अब महिला संपर्क कर रही है तो कर्मचारी धमकी दे रहा है। आरोपी के खिलाफ पटेलनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। गाड़ी चलाने की एवज में 1.20 लाख रुपये प्रति छह माह की पेमेंट ऑनलाइन की। अब पता चला कि कार को बेच दिया गया है। कार बेचने की जानकारी होने के बाद जोगेंद्र को कई बार फोन किए। गाड़ी बचने की बात पूछी तो वह आनाकानी करने लगा। कार को बेचकर आर्थिक व मानसिक रूप से काफी नुकसान पहुंचाया है। आरोप है कि कूटरचित फर्जी बैंक की एनओसी भी बनाई गई है। कार बेचते हुए बताया कि कार उसकी पत्नी के नाम पर है। जबकि, उसने यह गलत जानकारी दी। बताया कि पति का नाम वीरेंद्र सिंह बिष्ट है।
इंस्पेक्टर कमल कुमार लुंठी ने बताया कि मामले में शिकायत संगीता निवासी पट्टियोवाला मोहब्बेवाला ने की है। उन्होंने एक कार पिछले साल लोन से ली थी। इसकी मासिक किस्त लगभग 15 हजार रुपये है। बताया कि उनका अयान टूर एंड ट्रैवल्स का भी कार्य है। आरोप है कि जोगेंद्र सिंह निवासी चंद्रबनी चोएला, मोहब्बेवाला, देहरादून उनकी ट्रैवल्स कंपनी में कार्य करता था।