एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने कहा कि गार्बेज फ्री सिटी चैलेंज में से राज्य के 88 शहरी निकायों में से 87 को शून्य अंक मिले हैं, जबकि उत्तराखंड में एक लाख से कम आबादी वाले 80 फीसदी शहरी निकाय उत्तर भारत में सबसे निचले पायदान पर हैं। प्रदेश को स्वच्छ बनाने के लिए कचरा प्रबंधन आयोग की अहम जरूरत है। प्रेस क्लब सभागार में शुक्रवार को अनूप नौटियाल उत्तराखंड स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 पर रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि उत्तर भारत के नगर निकायों को चार हिस्सों में बांटा जाए तो राज्य के एक लाख से कम आबादी वाले 80 निकायों में 80 फीसदी सबसे गंदे शहरी निकायों में दर्ज किए गए हैं। सर्वेक्षण की हर श्रेणी में राज्य का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। देहरादून एक मात्र शहर है जो स्वच्छता के मामले में देश के सौ शहरों में नाम दर्ज करा सका। राज्य का सितारगंज 199वें स्थान पर है, यानी कि इस श्रेणी के नगर निकायों में उत्तर भारत में दूसरे नंबर का सबसे गंदा नगर निकाय है।इस दौरान प्रेरणा रतूड़ी, दिनेश सेमवाल, प्यारे लाल, प्रवीन उप्रेती, ऋषभ श्रीवास्तव, अमीषा रामपाल आदि मौजूद रहे।
सर्वेक्षण में गार्बेज फ्री सिटी चैलेंज में राज्य को शून्य अंक
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