नैनीताल। महिला को निवाला बनाने वाला बाघ वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया है. वन विभाग ने बाघ को रानीबाग के रेस्क्यू सेंटर में भेज दिया है। वन विभाग ने भीमताल के पास नौकुचिया ताल खड़की मार्ग में पिंजरा लगाया था। पिंजरे में 11 दिसंबर रात को करीब एक बजे बाघ फंस गया। रात को ही वन विभाग ने बाघ को रेस्क्यू सेंटर रानीबाग भिजवा दिया। बाघ ने बीती 25 नवंबर को एक महिला को निवाला बनाया था, जिसके बाद से ही इलाके में दहशत का माहौल था। इस घटना के बाद से ही वन विभाग इलाके में पांच पिंजरे लगाकर बाघ को पकड़ने का प्रयास कर रहा था. इन्हीं में से एक पिंजरे में बाघ देर रात को फंस गया।
वन क्षेत्र अधिकारी विजय मलकानी के मुताबिक पकड़ा गया बाघ 5 वर्ष का नर है. क्षेत्र के निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य अनिल ने बताया कि एक साल पहले क्षेत्र में तीन बाघ देखे गए थे, जिसमें से एक पिछले वर्ष 2023 में पकड़ा गया था। अभी भी लोगों को आशंका है कि एक बाघिन इलाके में घूम रही है.इसीलिए इलाके के लोगों ने वन विभाग ने मांग की है कि बाघ की तरह बाघिन को भी पिंजरा लगाकर पकड़ा जाए। वन क्षेत्र अधिकारी विजय मलकानी ने बताया कि इसी बाघ के नरभक्षी होने की आशंका जताई जा रही है। इसकी पुष्टि के लिए इसके सैंपल डब्ल्यूआईआई देहरादून भेजे जा रहे हैं। मालूम हो कि 25 नवंबर को लीला देवी उम्र 52 वर्ष पत्नी नरोत्तम को इसी क्षेत्र में बाघ ने अपना निवाला बना दिया था।