कुमाऊं विवि के आगामी 16 दिसंबर सोमवार को होने वाले 19वें दीक्षांत समारोह में नैनीताल निवासी सिने अभिनेता ललित तिवारी और टाटा इंस्टीट्यूट मुंबई के कुलपति प्रो. धीरेंद्र पाल सिंह को मानद उपाधि दी जाएगी। कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो.दीवान सिंह रावत ने बताया कि राज्यपाल की ओर से मानद उपाधि की संस्तुति की गई है। मानद उपाधि देने के लिए चुने गए ललित मोहन तिवारी को भारतीय रंगमंच और सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है।तिवारी ने 1970 में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी कर 1971 में डीएसबी से स्नातक की डिग्री हासिल की। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में वर्ष 1980 में प्रशिक्षण पूरा करने के बाद ललित ने 50 से अधिक फिल्मों में अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई। कमल स्वरूप की ओम दर बदर में वह मुख्य भूमिका में रहे जिसे बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में क्रिटिक्स अवार्ड मिला। वह टीवी पर लगभग 30 धारावाहिक में अभिनय कर चुके हैं। प्रमुख भूमिकाओं में 1857 की क्रांति में बाजीराव पेशवा और महाभारत में संजय की भूमिका शामिल है।
प्रो.धर्मपाल सिंह टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज मुंबई के चांसलर हैं। प्रो. सिंह यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष और राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) के निदेशक भी रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के शिक्षा सलाहकार के रूप में कार्यरत प्रो.पाल चार दशक के कॅरिअर में कई प्रतिष्ठित पदों पर रहे। प्रो.पाल ने उच्च शिक्षा प्रणाली को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के साथ संरक्षित करने और प्रौद्योगिकी-संचालित शिक्षा पर जोर देने वाले सुधारों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई। 2024 में उन्हें अकादमिक लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उन्होंने यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, नॉर्वे, डेनमार्क, चीन, ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग, थाईलैंड, मलेशिया, फिजी, मॉरीशस, सिंगापुर और नेपाल आदि देशों में कई शैक्षणिक मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया। प्रो. सिंह को राष्ट्र निर्माता पुरस्कार, पर्यावरण नेतृत्व पुरस्कार और राजा बलवंत सिंह शिक्षा सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं।