काशीपुर/सुल्तानपुर पट्टी। उपखनिज से भरे ओवरलोड वाहनों से उड़ रही धूल लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। धूल से खांसी और दमा के मरीज बढ़ रहे हैं। सड़क के किनारे दुकानों और घरों में रोज धूल की मोटी परत जम रही है। वहीं फसलें भी धूल के चलते नष्ट हो रही हैं। सुल्तानपुर पट्टी निवासी दुकानदार सुरेश सिंह ने बताया कि उनकी दुकान में धूल से सामान खराब हो रहा है। सतीश सैनी ने बताया कि उन्हें अपनी दुकान में खाने-पीने के सामान को बचाने के लिए पर्दे लगाने पड़ते हैं। किसान हरि सिंह ने बताया कि उनके खेत में गेहूं की फसल खड़ी है लेकिन दिन-रात धूल उड़ाते वाहनों की वजह से फसल खराब हो गई है। पशुपालक रामसिंह ने बताया कि पशुओं के लिए चारा बचाना भी बड़ी समस्या बन गया है। दो- तीन बार पानी से साफ कर चारे को पशुओं को खिलाना पड़ता है।
डॉक्टरों के यहां लग रही खांसी और दमा के मरीजों की भीड़
काशीपुर। धूल से दमा और खांसी के मरीज भी बढ़ते जा रहे हैं। सुल्तानपुर पट्टी कस्बे में चिकित्सकों के कई क्लीनिक हैं जिन पर सुबह से शाम तक खांसी और दमा के कई मरीज आते रहते हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुल्तानपुर पट्टी के चिकित्साधिकारी डॉ. सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि धूल की वजह से प्रतिदिन 20 से 25 मरीज अस्पताल आ रहे हैं। धूल से उनके फेफड़ों के अलावा आंखों पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने लोगों को मास्क लगाने कहा। ताकि धूल के कण फेफड़ों तक न जा पाएं। वहीं दिन में ज्यादा से ज्यादा पानी पीने से भी काफी आराम होगा।