दून अस्पताल ने सफाईकर्मी देने वाली कंपनी का टेंडर खत्म कर दिया है। इससे करीब 70 कर्मचारी बाहर हो जाएंगे। प्रबंधन ने बार-बार कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से हो रही दिक्कतों के कारण यह निर्णय लिया है। इससे पहले भी सफाई व्यवस्था प्रभावित होने पर कंपनी को चेतावनी दी गई थी। दून अस्पताल की ओपीडी, इमरजेंसी और ओटी की साफ-सफाई के लिए दो कंपनियों के पास टेंडर है। इसमें से एक कंपनी की ओर से सफाई कर्मियों को समय पर वेतन नहीं दिए जाने से कर्मचारी पिछले कई दिनों से बार-बार कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। मंगलवार को भी कर्मचारियों ने इमरजेंसी और ओटी के बाहर धरना दिया। ऐसे में अस्पताल की सफाई व्यवस्था प्रभावित रही। अब अस्पताल प्रबंधन ने कंपनी का टेंडर खत्म करने का निर्णय लिया है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरएस बिष्ट ने बताया कि निकाय चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद नई कंपनी को टेंडर दिया जाएगा। यह निर्णय अस्पताल की सफाई व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए लिया गया है।
चिकित्सकों ने खुद ओटी की सफाई कर किए ऑपरेशन
अस्पताल के उपचिकित्सा अधीक्षक डॉ. नंदन सिंह बिष्ट ने बताया कि सफाई कर्मियों के धरने पर बैठने के बाद मंगलवार को ओटी में भी सफाई व्यवस्था प्रभावित रही। चिकित्सकों ने वार्ड बॉय के साथ मिलकर ओटी की सफाई की। इसके बाद कई बड़े ऑपरेशन किए।