सुरेंद्रनगर स्थित बाबा तारकेश्वर धाम में संन्यासियों ने खजूर, बबूल, बेल, जंगली जलेबी समेत सात विभिन्न प्रकार के कांटे बिछाकर ढोल नगाड़ों की थाप पर नंगे पांव नृत्य किया। मान्यता है कि चैत्र के पूरे महीने कठोर शिव आराधना करने के बाद भक्तों की ओर से भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए यह विशेष धार्मिक आयोजन किया जाता है। आश्चर्य की बात है कि नंगे पाव कांटों पर नृत्य करने के बावजूद संन्यासियों के नंगे पाव में एक खरोंच तक नहीं आती है।
धार्मिक अनुष्ठान में उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों के अलावा पड़ोसी राज्यों से भी सैकड़ों की तादाद में संन्यासी शामिल हुए। अनुष्ठान के दौरान भोलेनाथ के जयकारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हुआ। वहां पर मंदिर कमेटी अध्यक्ष सुमित मंडल, प्रधान राजा हलदार, उपाध्यक्ष परेश मंडल, उज्ज्वल राय, अनंत हालदार, तापस मंडल, समीर साना, राजीव मिरवहर, सुशांत राय, जगदीश मंडल, दिनेश राय आदि थे। संवाद
पांच दिवसीय शिव पूजा महोत्सव का हुआ शुभारंभ
शक्तिफार्म। जय बाबा तारकनाथ धाम में बुधवार रात पांच दिवसीय शिव पूजा महोत्सव व महामेले का शुभारंभ हो गया। इस दौरान संगीतमय झांकी और संन्यासियों की ओर से किए गए धार्मिक कर्मकांड महाअविश्य का आयोजन किया गया। पूजा कमेटी ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका स्वागत किया। वहां प्रधान राजा हालदार, मयंक अग्रवाल, विष्णु प्रमाणिक, राघव सिंह, मनोज सरकार, विधान दास, गोपाल सरकार, रंजीत हालदार आदि थे।