बीते लंबे समय से गढ़वाल विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही का सीधा नुकसान छात्रों को उठाना पड़ रहा है। कभी विवि की ओर से गलत पेपर भेज दिया जाता है तो कभी आधी परीक्षा देने के बाद विवि प्रशासन परीक्षा को ही रद्द कर देता है। शुक्रवार को भी विवि से संबद्ध महाविद्यालयों में बीकॉम प्रथम सेमेस्टर के छात्र वित्तीय लेखांकन की परीक्षा देने आए तो गजब ही हो गया। प्रश्नपत्र में करीब 60 फीसदी सवाल पुराने पाठ्यक्रम से पूछे गए। जबकि, पेपर के ऊपर लिखा था नई शिक्षा नीति।सुबह जब छात्र परीक्षा देने पहुंचे तो खंड-अ के सात सवालों में से चार सवाल पुराने पाठ्यक्रम से देख छात्रों के होश उड़ गए।
खंड-ब में छह सवालों में से तीन सवाल पुराने पाठ्यक्रम से पूछे गए। इससे गुस्साए छात्रों ने विरोध भी किया, लेकिन विवि से कोई दिशा निर्देश न मिलने की वजह से छात्रों ने परीक्षा पूरी दी, लेकिन छात्रों ने विवि प्रशासन को मेल कर पेपर में हुई गड़बडी की न सिर्फ जानकारी दी, बल्कि पेपर को रद्द कर फिर से परीक्षा आयोजित करने की मांग की। छात्राें ने कहा, विवि की इतनी बड़ी लापरवाही का सीधा नुकसान छात्रों को उठाना पड़ेगा। परीक्षा केंद्रों में छात्रों ने इस बात का विरोध किया कि पेपर में पुराने पाठ्यक्रम से सवाल पूछे गए हैं। इस संबंध में करीब 100 से अधिक छात्रों की ओर से विवि के परीक्षा नियंत्रक को भी मेल किया गया है। परीक्षा के संबंध में विवि प्रशासन की ओर से ही निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल सभी छात्रों ने अपनी परीक्षा दी है। – प्रो. जीपी डंक, डीन, डीएवी पीजी कॉलेज