कांग्रेस ने की कड़ी निंदा, विरोध प्रदर्शन की चेतावनी
देहरादून: उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) के तहत लिव-इन रिलेशनशिप को वैधता दिए जाने के विरोध में उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा घेराव किया। इस दौरान पुलिस के साथ हुई झड़प में महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
विधानसभा की ओर बढ़ने पर पुलिस से हुई झड़प
गुरुवार को देहरादून के रिस्पना पुल के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इकट्ठा होकर भाजपा सरकार पर सनातन संस्कृति पर कुठाराघात करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। विधानसभा की ओर कूच करने के दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया, जिससे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हो गई।
झड़प के दौरान महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला के साथ कुछ पुलिसकर्मियों ने कथित रूप से बदसलूकी और क्रूरता की, जिससे वह घायल हो गईं। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पुलिसकर्मियों और महिला कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है।
कांग्रेस ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने कहा,
“महिलाओं के हक की आवाज उठा रही महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला के साथ पुलिस ने अमानवीय व्यवहार किया है। उन्हें गंभीर चोटें आई हैं, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यह सरकार की दमनकारी नीति को उजागर करता है।”
गरिमा दसौनी ने घटना के फोटो और वीडियो जारी करते हुए चेतावनी दी कि अगर दोषियों पर तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो महिला कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।
भाजपा सरकार पर कांग्रेस का हमला
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप को वैध करने का निर्णय उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं पर हमला है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार को घेरते हुए नारेबाजी की और कहा कि सरकार के खिलाफ कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
मामले की जांच और आगे की कार्रवाई पर नजर
इस घटना के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने ज्योति रौतेला से अस्पताल में मुलाकात की और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। वहीं, पार्टी ने पुलिस प्रशासन से बदसलूकी करने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
अब यह देखना होगा कि सरकार और पुलिस प्रशासन इस मामले पर क्या कदम उठाते हैं और कांग्रेस इस घटना के विरोध में आगे क्या रणनीति बनाती है।