अल्मोड़ा। चुनाव ड्यूटी के लिए अधिग्रहण होने से रोडवेज, केमू और टैक्सी सड़कों से गायब हो गई हैं। वाहनों की किल्लत से यात्रियों की दिक्कत बढ़ गई हैं और उन्हें परेशानी से जूझना पड़ रहा है। वाहनों की तलाश में यात्री टैक्सी स्टैंड, केमू, रोडवेज स्टेशन में भटकते रहे। लोकसभा चुनाव के लिए रोडवेज की 23, केमू की 45 बस और 322 टैक्सी वाहनों का अधिग्रहण किया गया है। परिवहन विभाग के पास परमिट जमा होने से इन टैक्सी का संचालन नहीं हो रहा है।
बस और केमू को चुनाव ड्यूटी में भेज दिया गया है। ऐसे में सड़कों पर यात्रियों के लिए वाहनों की किल्लत हो गई है। रविवार को टैक्सी और बसों के सड़कों से गायब रहने से यात्रियों को खासी दिक्कत झेलनी पड़ी। टनकपुर, हल्द्वानी, देहरादून, दिल्ली के साथ ही सोमेश्वर, ताकुला, बाड़ेछीना, दन्या, लमगड़ा, शहरफाटक, भनोली, सेराघाट, रानीखेत, बागेश्वर रूट पर सफर करने के लिए यात्री रोडवेज स्टेशन और टैक्सी स्टैंड में वाहनों का इंतजार करते रहे। यात्रियों को बस नहीं मिली और टैक्सी का भी सीमित संचालन होने से वे परेशान रहे। कई यात्रियों को टैक्सी न मिलने से मायूस होकर लौटना पड़ा।
केस1
सुबह से ही रोडवेज स्टेशन में बस का इंतजार किया। बस न पहुंचने से टैक्सी स्टैंड का रुख किया। घंटों इंतजार के बाद भी टैक्सी न मिलने से परेशानी झेलनी पड़ी। – ललित मोहन सिंह, अल्मोड़ा।
केस2
बेतालघाट के लिए न तो रोडवेज की सेवा है और न ही टैक्सी मिली। वाहन नहीं मिला तो होटल में ठहरना होगा। – मनोज नेगी, अल्मोड़ा।
कोट- अधिकांश बस चुनाव ड्यूटी में गई हैं। बसों के चुनाव ड्यूटी से लौटने पर व्यवस्था पटरी पर आएगी।- विजय तिवारी, सहायक महाप्रबंधक, अल्मोड़ा डिपो।







