हल्द्वानी। होलाष्टक सात मार्च से शुरू हो जाएंगे और इस दिन से धार्मिक कार्यों पर रोक रहेगी। श्री महाकाली मंदिर गंगोलीहाट में इसी दिन चीर बांधी जाएगी और मंदिरों में होली की शुरुआत होगी।ज्योतिष त्रिभुवन उप्रेती ने बताया कि होलाष्टक लगने के साथ ही धार्मिक कार्यक्रम, विवाह, यज्ञोपवीत, गृह प्रवेश, मुंडन, नूतन क्रय-विक्रय आदि पर 15 मार्च तक रोक रहेगी। नौ मार्च को ग्रामीण अंचलों में चीर बंधन सुबह 7:45 बजे से होगा। इसी दिन शाम 7:41 बजे से भद्रा भी शुरू हो जाएगी जो 10 मार्च को सुबह 7:45 बजे तक रहेगी।
आंवला एकादशी व्रत भी 10 मार्च को ही होगा। बताया कि पूर्णिमा व्रत 13 मार्च होगा। इसी दिन होलिका दहन होगा। 14 मार्च को संक्रांति और चैत्र मास की शुरुआत होगी। इस दिन फूलदेई पर्व भी मनाया जाएगा। इस दिन चंद्र ग्रहण भी होगा लेकिन दृश्य नहीं होने के कारण इसका कोई प्रभाव भारत में नहीं होगा। 15 मार्च को पहाड़ की परंपरा के अनुसार छरड़ी यानी रंग की होली खेली जाएगी, क्योंकि पहाड़ में इस दिन चैत्र प्रतिपदा कृष्ण पक्ष होना आवश्यक है।