Monday, September 22, 2025
Google search engine
Homeउत्तराखण्डभाड़ा घटाने के विरोध में सड़क पर उतरे सैकड़ों खनन कारोबारी

भाड़ा घटाने के विरोध में सड़क पर उतरे सैकड़ों खनन कारोबारी

लालकुआं। स्टोन क्रशर संचालकों की ओर से तय भाड़े 30 रुपये को दो रुपये घटाकर 28 रुपये किए जाने का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को भाड़ा कम किए जाने के विरोध में सैकड़ों खनन कारोबारियों ने गौला मजदूरों के साथ लालकुआं में जबर्दस्त प्रदर्शन किया। बाद में तहसील परिसर में सभा कर आरपार की लड़ाई का एलान किया। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।प्रदर्शनकारियों ने लालकुआं फ्लाईओवर से तहसील तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। तहसील परिसर में जनसभा कर दो चेतावनी दी कि यदि स्टोन क्रशर संचालकों ने तय रेट नहीं दिया तो खनन कारोबारी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। लगभग दो घंटे चली आम सभा के बाद तीन डीएम को संबोधित तीन सूत्री ज्ञापन एसडीएम तुषार सैनी को सौंपा।

क्रशर स्वामियों से तत्काल पूर्व में तय किया गया 30 रुपये का रेट दिए जाने, फिटनेस के एक साल के एक्सटेंशन को दोबारा बढ़ाए जाने और वन विकास निगम 125 क्विंटल वाहन भार की क्षमता को कम न करने की मांग की गई है। इधर खनन कारोबारियों के जुलूस के कारण लालकुआं की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। हाईवे पर हल्द्वानी के लिए आने वाली लेन में प्रदर्शनकारियों की भीड़ के कारण पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया। लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। प्रदर्शनकारियों में खनन संगठन के अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी, जीवन कबड़वाल, बीरेंद्र दानू, कांग्रेसी नेता हरीश पनेरु, पंकज दानू, कैलाश भट्ट, भगवान धामी, इंदर सिंह बिष्ट, भवानी सती, विजय खोलिया, जीवन बोरा, शंकर जोशी, अमित भट्ट, जीवन कबड्वाल, गणेश बिरखानी, इंदर सिंह नयाल, रमेश कांडपाल, सुरेश जोशी, हेम दुर्गापाल, राजू चौबे, सुरेश भट्ट, नवीन पाठक, नरेंद्र राणा समेत सैकड़ों लोग शामिल थे।

पूर्व सैनिक ने दी आत्मदाह की चेतावनी
जुलूस-प्रदर्शन के दौरान लालकुआं तहसील में सभा के दौरान पूर्व सैनिक लक्ष्मी दत्त जोशी निवासी हिम्मतपुर चौम्वाल मोटाहल्दू ने चेतावनी दी कि चार मार्च की शाम तक स्टोन क्रशर संचालकों ने घटाए गए दो रुपये नहीं बढ़ाए तो पांच मार्च की सुबह 10 बजे वह मोटाहल्दू के देवभूमि स्टोन क्रशर के सामने आत्मदाह करेंगे। उनका कहना है कि गौला नदी निकासी शुरू होने के बाद मजदूरों को लाने एवं गाड़ियों की मरम्मत में उनके 10 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। क्रशर संचालकों की ओर से खनन कारोबारियों के साथ की गई धोखाधड़ी से वह अत्यधिक व्यथित हैं।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine






Most Popular

Recent Comments