कांग्रेस नेता से पुलिस की कथित बदसलूकी के विरोध में किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ के आह्वान पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पार्टी के नेता एसएसपी कार्यालय परिसर पहुंचे। पुलिस ने बेरिकेडिंग लगाकर कांग्रेसियों को कार्यालय में घुसने से रोका। इस पर नेताओं ने वहीं धरना शुरू कर दिया। शाम में नेता प्रतिपक्ष सहित पार्टी के 25 नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।सहकारिता चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता सरवरयार खान को हिरासत में लेने के विरोध में पूर्व घोषित हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत बृहस्पतिवार सुबह कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आवास विकास रोड पर एलआईसी कार्यालय के समीप सभास्थल पर पहुंचे। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, विधायक तिलकराज बेहड़, विधायक आदेश चौहान, पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, प्रेमानंद महाजन, हिमेश खर्कवाल, मोहन खेड़ा आदि ने सरकार पर पुलिस का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। कहा कि प्रदेश में गुंडाराज कायम हो गया है। पुलिस के जरिये कांग्रेसियों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
सभा के बाद सभी ने किच्छा के कोतवाल को हटाने की मांग को लेकर एसएसपी कार्यालय कूच किया। एसएससी दफ्तर के गेट के सामने पुलिस ने बेरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोका। इस दौरान कई कार्यकर्ताओं ने बेरिकेडिंग पर चढ़कर अंदर घुसने की कोशिश की। पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच खूब धक्का-मुक्की हुई। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष समेत कांग्रेस के विधायक, पूर्व विधायक और अन्य नेता गेट पर ही दरी बिछाकर बैठ गए। कांग्रेस नेता एसएसपी मणिकांत मिश्रा के मौके पर आने और किच्छा के निलंबित करने या लाइन हाजिर करने की मांग करने लगे। एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी, एएसपी निहारिका तोमर ने मौके पर आकर कांग्रेस नेताओं को प्रकरण की जांच जारी होने का हवाला देते हुए धरना समाप्त करने की अपील की। कांग्रेसी एसएसपी के मौके पर आने, कोतवाल को हटाने की मांग पर अड़े रहे।दिनभर चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद शाम करीब पांच बजे पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, विधायक तिलक राज बेहड़, विधायक आदेश चौहान, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत करीब 25 नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर सिडकुल पुलिस चौकी पहुंचा दिया। वहां वार्ता में एसपी सिटी डॉ. उत्तम सिंह नेगी ने जांच जल्द पूरी कर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई का आश्वासन देकर सभी को छोड़ दिया।
महिला पुलिस को आगे करने पर बौखलाए
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और अन्य नेताओं ने पुलिस पर महिला कर्मियों को आगे करने का आरोप लगाते हुए खरीखोटी सुनाई। कहा कि यह पुलिस के शौर्य को यह शोभा नहीं देता है। कहा कि समय आता-जाता रहता है। आज भाजपा की सरकार है, कल किसी और की होगी। अधिकारियों को यह बात समझ लेनी चाहिए। बता दें कि कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस सुबह से ही चुस्त दिखाई दे रही थी। सभास्थल आवास विकास, उससे लगे एनएच 109 पर भारी पुलिस बल तैनात था। एसएसपी कार्यालय परिसर तो छावनी में तब्दील हो गया था।
जनगीत से भरा जोश
कांग्रेसियों ने धरने के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नाकामी छुपाने के लिए पुलिस को आगे करने का आरोप लगाया। चंपावत के पूर्व विधायक हिमेश खर्कवाल ने जागो तो एक बार जगो जागो रे, जागे थे भगत सिंह..लोकगीत सुनाकर कार्यकर्ताओं में जोश भरा।
कार्यालय में नहीं थे एसएसपी
कांग्रेसी दिनभर एसएसपी को मौके पर आने की बात पर अड़े रहे। कार्यालय में घुसने की कोशिश करते रहे। बाद में मालूम हुआ कि एसएसपी बृहस्पतिवार को दफ्तर आए ही नहीं थे। उनके अवकाश पर होने की बात भी हवा में तैर रही थी। बहरहाल इसकी पुष्टि नहीं हुई।प्रदेश सरकार का दंभ इतना बढ़ गया गया है कि वह जुल्म ढाने लगी है। कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। जुल्म का डटकर जवाब दिया जाएगा। तराई से भड़की चिंगारी पूरे प्रदेश में ज्वाला बनेगी। कांग्रेस दमन से डरने वाली नहीं है। पुलिस ने किच्छा के स्वाधीनता सेनानी परिवार के सरवरयार खान का उत्पीड़न किया है। इसका प्रतिफल पुलिस को मिलेगा। – यशपाल आर्य, नेता प्रतिपक्ष
प्रदेश सरकार पुलिस को मोहरा बनाकर विपक्षियों का दमन करा रही है। पुलिस के अधिकारी किच्छा प्रकरण की जांच जारी होने की बात कह रहे हैं। जब जांच हो रही है तो कोतवाल अपने पद पर कैसे बना हुआ है। पद में रहते हुए वह जांच को प्रभावित कर सकता है। पुलिस को जांच होने तक कोतवाल को हटाने में दिक्कत क्या है। – गणेश गोदियाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस