प्रदेश के सभी पांच सरकारी मेडिकल काॅलेजों को 1231 नए नर्सिंग अधिकारी मिल गए हैं। बृहस्पतिवार को दून मेडिकल काॅलेज में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नर्सिंग अधिकारियों को नियुक्तिपत्र प्रदान किए। सीएम ने 26 करोड़ की लागत से तैयार ऑडिटोरियम का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अब सरकारी मेडिकल काॅलेजों में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी। कोरोना महामारी के दौरान नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्य कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जब पूरा विश्व इस संकट से जूझ रहा था, तब हमारे नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्यकर्मी फ्रंटलाइन वाॅरियर बनकर निस्वार्थ सेवा में जुटे थे। कहा कि नवनियुक्त नर्सिंग अधिकारी पूर्ण निष्ठा, समर्पण और मानवीय मूल्यों के साथ कार्य करेंगे और राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को नई ऊंचाई प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश में 11 लाख से अधिक मरीजों को 2100 करोड़ रुपये से ज्यादा के कैशलेस उपचार का लाभ मिल चुका है। इसके अलावा राज्य के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल काॅलेज स्थापित किया जा रहा है, ताकि सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों को उनके जिले में ही आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। राज्य के प्रत्येक क्षेत्र के लिए हेली एंबुलेंस सेवा भी प्रारंभ की गई है, जो किसी भी आपात स्थिति में सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों के लिए जीवन रक्षक साबित हो रही है।सीएम ने कहा कि सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॅलेजों में स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए भी निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक 173 असिस्टेंट प्रोफेसर, 56 संकाय सदस्य और 185 तकनीशियन नियुक्त किए जा चुके हैं। इसी का परिणाम है कि तीन वर्ष में ही प्रदेश के 22 हजार से अधिक युवा सरकारी नौकरी पाने में सफल रहे हैं।इस अवसर पर विधायक खजानदास, स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार, चिकित्सा शिक्षा निदेशक डाॅ. आशुतोष सयाना, दून मेडिकल काॅलेज की प्राचार्य डाॅ. गीता जैन सहित सभी मेडिकल कॅलेजों के प्राचार्य आदि भी उपस्थित रहे।
पिथौरागढ़ और रुद्रपुर काॅलेज के जल्द संचालन की तैयारी : मंत्री
चिकित्सा शिक्षा मंत्री डाॅ. धनसिंह रावत ने कहा कि लोगों को उनके घर पर ही बेहतर और किफायती इलाज मिले, इसके लिए सरकार प्रयासरत है। पिथौरागढ़ और रुद्रपुर मेडिकल काॅलेज के जल्द संचालन की तैयारी है। मेडिकल काॅलेजों के बेहतर संचालन के लिए सुव्यवस्थित ट्रांसफर पाॅलिसी, फैकल्टी को समय पर प्रोन्नति, सीटों के अनुसार कार्मिकों की नियुक्ति की योजना है। संविदा कार्मिकों के मानदेय को संशोधित करने और संविदा में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ को समायोजित करने का भी प्रयास किया जाएगा।