हल्द्वानी। बेल बाबा स्थान के समीप एटीएस (स्वचालित परीक्षण स्टेशन) पर वाहनों को फिटनेस सर्टिफिकेट देने में खेल होने की शिकायत पर आरटीओ संदीप सैनी शुक्रवार को अचानक जांच करने पहुंच गए। वहां उन्हें बाहर ही ऐसी कई बसें व अन्य वाहन मिल गए, जो पहली ही निगाह में पास होने लायक नहीं थे। इस स्थिति पर वह काफी नाराज हुए। ऑटो, ट्रक, टैक्सी यूनियनों के शिकायतों के बाद आरटीओ ने अफसरों के साथ सेंटर का निरीक्षण किया। यहां उस समय मिले 20 वाहन की हालत देखी। केवल एक स्कूल बस और एक कार टैक्सी अच्छी कंडीशन में थी। बाकी वाहनों में से किसी की सीट ठीक नहीं थी तो किसी में दूसरी कमी साफ दिखाई दे रही थी। किसी-किसी की तो स्टेयरिंग ही ढीला था। दो डंपर के टायर ही काफी घिसे हुए थे, उसकी हेडलाइट और वाइपर गायब थे। दो ऑटो की सीटों की हालत खराब थी। एक कैंटर के भी टायर घिसे हुए थे। जबकि एक पर नंबर प्लेट ही नहीं थी। रोडवेज की दो बसों के हॉर्न नहीं बज रहे थे।
भौतिक सत्यापन पर दिया जोर
आरटीओ ने सेंटर मैनेजर राजू जोशी को निर्देश दिया कि सेंटर में अंदर जाने से पहले वाहन की भौतिक स्थिति की जांच की जाए। वाहन स्वामी को लिखित में मोटर वाहन नियमावली में इंगित कमियां दी जाएं। सुधार के बाद वाहन लाने पर ही फिटनेस जांच की जाए। साथ ही चेतावनी दी कि यदि अवैध वसूली की शिकायत मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
पेटिका में नहीं मिली कोई शिकायतपत्र
सेंटर के बाहर लगी शिकायत पेटिका को भी खोलकर देखा गया। इसकी चाबी एआरटीओ (प्रशासन) के नियंत्रण में है। पेटिका में कोई शिकायतपत्र नहीं मिला। सेंटर मैनेजर को निर्देशित किया गया कि किसी भी वाहन से अतिरिक्त शुल्क वसूली किसी भी दशा में न की जाए। जिन वाहनों को हमारे द्वारा भौतिक निरीक्षण में अनफिट घोषित किया गया है, उनकी फिटनेस एटीएस में गाड़ी ठीक करवाने के बाद ही होगी। इसके पहले उसके फोटोग्राफ्स भी संरक्षित किया जाना जरूरी है। –संदीप सैनी, आरटीओ कुमाऊं







