भवाली (नैनीताल)। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद कपिल ने कहा कि भीमताल और सेनिटोरियम से शटल सेवा चलने से कारोबार चौपट हो गया है। सोशल मीडिया में अफवाह फैलाई जा रही है कि पर्यटकों को कैंची मंदिर जाने से रोका जा रहा है। इससे अब पर्यटक कम आ रहे हैं। इसका सीधा असर होटल और होम स्टे कारोबारियों के व्यवसाय पर पड़ रहा है।रामगढ़ रोड स्थित एक होटल में शनिवार को होटल संचालकों और व्यापारियों की बैठक हुई जिसमें भवाली में पर्यटकों के वाहन रोकने पर नाराजगी जताई गई। कारोबारियों ने कहा कि शटल सेवा से उनका कारोबार ठप हो गया है। उन्होंने डीएम को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि स्थानीय व्यापारियों को विश्वास में लिए बिना ही यातायात व्यवस्था बना दी गई। कहा कि पिछले चार दिनों से होटल और होम स्टे खाली है। छोटे व्यापारी और लीज पर होटल चलाने वाले भी परेशान हैं। कई लोग बैंक से ऋण लेकर कारोबार कर रहे हैं।उन्होंने डीएम से भवाली देवी मंदिर में रविवार को होने वाली आवश्यक बैठक में आने का आग्रह किया। इस दौरान व्यापारी संजय जोशी, नन्ना, आनंद मिश्रा, जुगल मठपाल, रविन्द्र क्वीरा, दयाल आर्या,नरेंद्र, संजीव भगत, खजान भट्ट, नीमा बिष्ट, प्रकाश पंत, पवन भाकुनी, मदन, धीरज आदि रहे।
सिडकुल में अस्थायी पार्किंग से पर्यटन कारोबार चौपट
भीमताल (नैनीताल)। कैंची धाम में जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन की ओर से भले ही भीमताल के सिडकुल में अस्थायी पार्किंग बना दी गई पर इससे भीमताल के होटल और रेस्टोरेंट संचालकों का कारोबार चौपट हो गया है। इसे लेकर पर्यटन कारोबारियों में प्रशासन और प्राधिकरण के प्रति नाराजगी है।कारोबारियों का कहना है कि सिडकुल में सैलानियों के वाहनों को रोककर उन्हें शटल सेवा से कैंची धाम भेजा जा रहा है। इससे सैलानी भीमताल, नौकुचियाताल, सातताल, मुक्तेश्वर और रामगढ़ नहीं आ पा रहे हैं जिससे पर्यटन कारोबार प्रभावित हो रहा है। सैलानियों की ओर से बुकिंग नहीं होने पर होटल और होम स्टे खाली पड़े हैं। इससे सबसे अधिक परेशान लीज पर होटल और रेस्टोरेंट लेकर कारोबार करने वाले कारोबारी हैं।होटल कारोबारी रमन सिंह बिष्ट ने बताया कि सैलानियों के वाहन रोककर उन्हें शटल सेवा से कैंची धाम भेजने से होटल में बुकिंग नहीं आ रही है। पाइन क्रिस्ट होटल के जीएम विजय कुमार झा ने बताया कि जब से सैलानियों को शटल से कैंची धाम भेजा जा रहा है तब से कारोबार चौपट होने लगा है। सैलानियों के नहीं आने से अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है। प्रशासन को सैलानियों के वाहन नहीं रोकने चाहिए।