होटल इंडस्ट्री के रूप में विकसित हो रहे रामनगर में 18 करोड़ से निर्मित कुमाऊं के एकमात्र राज्य होटल प्रबंधन एवं खानपान प्रौद्योगिकी संस्थान (एसआईएचएम) में वर्तमान में केवल 18 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। हाईटेक सुविधाओं से लैस 150 सीटों वाले कॉलेज में केवल 12 फीसदी प्रवेश होना सिस्टम पर बड़ा प्रश्नचिह्न है। वर्ष 2023 में सरकार ने रामनगर के संवाल्दे क्षेत्र में पांच एकड़ भूमि पर 18 करोड़ से स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट का निर्माण कराया था। इसमें डिग्री के छात्रों के लिए 60 और डिप्लोमा में 90 सीट की व्यवस्था है। कॉलेज में नौ स्मार्ट क्लास रूम, तीन रेस्टोरेंट, तीन किचन, दो बेकरी, जिम आदि सुविधाएं हैं। प्राइवेट संस्थान जैसी सुविधाएं होने के बाद भी कॉलेज में छात्र प्रवेश लेने में अपनी रुचि नहीं ले रहे हैं। वर्ष 2023 में केवल चार छात्रों ने डिप्लोमा और डिग्री कोर्स में एक भी छात्र ने प्रवेश नहीं लिया। वर्ष 2024 में 12 छात्रों ने डिप्लोमा और छह छात्रों ने डिग्री कोर्स के लिए प्रवेश लिया है। अब शिक्षकों ने छात्रसंख्या बढ़ाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
सात लाख से लगाए जाएंगे प्रचार-प्रसार संबंधी होर्डिंग
संस्थान के शिक्षकों ने बताया कि विगत तीन माह में आसपास के करीब 30 से अधिक स्कूलों के छात्रों को कॉलेज का भ्रमण कराया गया है। अब सात लाख से होर्डिंग लगाकर कॉलेज का प्रचार-प्रसार करने की तैयारी है।
हर माह सात लाख वेतन और रखरखाव पर खर्च
सावल्दें स्थित एसआईएचएम को संचालित करने प्रतिमाह छह से सात लाख का खर्च आ रहा है। इसमें प्रधानाचार्य समेत छह शिक्षक, नौ अन्य स्टॉफ का वेतन और भवन का रखरखाव समेत अन्य खर्च शामिल है। कॉलेज में छात्रसंख्या को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इस वर्ष कॉलेज में 50 से अधिक छात्रों के प्रवेश लेने की उम्मीद है। – डॉ. श्याम सिंह, प्रधानाचार्य, एसआईएचएम रामनगर
कॉलेज में ये कोर्स हैं मौजूद इतनी है फीस कोर्स का नाम अवधि फीस
डिप्लोमा कोर्स इन फूड प्रोडक्शन डेढ़ साल 80 हजार
डिप्लोमा कोर्स इन बेकरी एंड कंफेशनरी डेढ़ साल 80 हजार
डिप्लोमा कोर्स इन फूड एंड बेवरेज सर्विस डेढ़ साल 60 हजार
डिग्री इन होटल मैनेजमेंट तीन साल तीन लाख तीस हजार