अल्मोड़ा जिले के कर्नाटकखोला में लंबे समय से खौफ का पर्याय बना तेंदुआ 12 दिन बाद वन विभाग के पिंजरे में फंस गया। वनकर्मी उसे रेस्क्यू सेंटर ले गए। इसके पकड़े जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है। यह नर तेंदुआ छह साल का और स्वस्थ है। पिछले दिनों तेंदुए ने एक युवक को घायल कर दिया था। उसके डर से शाम होते ही लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था। उन्होंने वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग की थी। उनकी मांग पर विभाग ने 26 मार्च को पिंजरा लगाया। 12 दिन बाद सोमवार की सुबह लोगों ने तेंदुए को पिंजरे में फंसा देखा तो वन विभाग को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तेंदुए को एनटीडी स्थित रेस्क्यू सेंटर पहुंचाया। टीम में अनुभाग अधिकारी अमित भैसोड़ा, सत्येंद्र सिंह नेगी, ऋषभ सेमवाल, भास्कर नाथ महंत, विवेक तिवारी, कविता, मनोज जोशी और नीरज नेगी मौजूद रहे। फिलहाल चिकित्सक तेंदुए के स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं। इसके बाद उसे उसके प्राकृतिक वास में छोड़ दिया जाएगा। – मोहन राम आर्या, वन क्षेत्राधिकारी।
छह साल का नर लेपर्ड स्वस्थ है कर्नाटकखोला में 12 दिन बाद पिंजरे में बंद हुआ तेंदुआ
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