पहलगाम में हुई आतंकी हमले की घटना के बाद शनिवार को खटीमा में भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय खुली सीमा पर एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) और पुलिस फोर्स ने संयुक्त चेकिंग अभियान चलाया।टीमों ने संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग करते हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आने-जाने वाले लोगों के सामान और दस्तावेजों की जांच की। जम्मू-कश्मीर स्थित पहलगाम में आतंकी हमले की घटना के बाद भारत-नेपाल सीमा पर भी अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। साथ ही बांग्लादेश की सीमा पर भी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) व अन्िय सुरक्षा बलों की बारीक नजर है।
संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भारत और नेपाल के बीच आवाजाही कर रहे लोगों की जांच की जा रही है। एसएसबी और झनकइया थाना पुलिस की टीम अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शनिवार को दिन भर लोगों के दस्तावेजों की जांच में जुटी रही। साथ ही अंतरराष्ट्रीय सीमा स्थित मेलाघाट, झनकईया, सिसैया, वन महोलिया के लोगों को भी जागरूक करते हुए संदिग्धों की सूचना पुलिस थाने में देने को कहा गया।सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि कोई संदिग्ध व्यक्ति सीमा पार न कर सके। सभी सीमा चौकियां 24 घंटे निगरानी कर रही हैं। एसएसबी ने सीमावर्ती गांवों के लोगों से भी सतर्क रहने की अपील की है।
बिहार की सीमा से लगते इलाकों पर विशेष नजर
पहलगाम हमले के बाद पुलिस व सुरक्षा बलों की तरफ से बिहार की सीमा पर आवाजाही करने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है। रक्सौल, किशनगंज और मधुबनी जैसे प्रमुख सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों की ओर से कड़ी निगरानी की जा रही है।इन इलाकों से आने-आने वाले एक-एक व्यकि्त और गाड़ियों की गहन जांच की जा रही है। सुरक्षा में तैनात जवान स्कैनर मशीन से लोगों के सामान की जांच कर रहे हैं। खास तौर पर सबसे व्यस्त बॉर्डर में से एक रक्सौल-बीरगंज सीमा पर एसएसबी की 47वीं बटालियन को तैनात किया गया है। जवान डॉग स्क्वॉड की मदद भी ले रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।