केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू ने पाकिस्तान द्वारा अपने हवाई क्षेत्र को भारतीय एयरलाइंस के लिए बंद करने पर कहा कि सरकार हालात की समीक्षा कर रही है और उसके बाद ही कोई फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे विभिन्न एयरलाइंस के साथ मिलकर इस मुद्दे का हल निकालने के लिए चर्चा कर रहे हैं। आशंका है कि एयरलाइंस हवाई किराए में बढ़ोतरी कर सकती हैं।
पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव
बीती 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी गई। इस हमले का आरोप पाकिस्तान समर्थित टीआरएफ पर लगा है। इसके चलते भारत सरकार ने कठोर कदम उठाते हुए पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता स्थगित कर दिया। इस पर पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को भारतीय एयरलाइंस के लिए बंद कर दिया। इसका असर ये होगा कि अब विदेश जाने वाली भारतीय एयरलाइंस के विमानों को लंबा चक्कर काटकर जाना होगा। इससे समय भी बढ़ेगा और लागत भी बढ़ने की आशंका है।
क्या कहना है सरकार का
अब नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू ने कहा कि ‘हमें हालात को समझकर फैसला लेने की जरूरत है। सरकार स्थिति की समीक्षा कर रही है। अगर हवाई किराए में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी होती है तो यकीनन सरकार इसे देखेगी। फिलहाल हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।’ नायडू ने कहा कि सरकार के लिए यात्रियों की सुरक्षा सबसे अहम है। एविएशन एनालिटिक्स फर्म सिरियम के डेटा के अनुसार, भारतीय एयरलाइंस 6 हजार से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन करती हैं। वहीं उत्तर अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप और मध्य पूर्व में हर हफ्ते करीब 800 उड़ानों का संचालन किया जाता है। इंडिगो ने शुक्रवार को बताया कि उसकी करीब 50 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को अब लंबा चक्कर लगाकर जाना होगा, जिसके चलते उन्हें शेड्यूल में भी बदलाव करना होगा।