रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में अवैध तरीके से बस्तियों में झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रह रहे बाहरी लोगों की जांच करने के लिए पुलिस ने अभियान चलाया। करीब 400 लोगों को सरकारी वाहनों से पुलिस लाइन रोशनाबाद ले जाया गया, जहां सभी विभागों की टीम ने अपने-अपने विभाग से जुड़े दस्तावेजों की जांच की है। कुछ लोगों के फिंगर प्रिंट मिलान नहीं होने पर उनकी जांच शुरू कर दी गई है।जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद से हरिद्वार पुलिस भी संदिग्ध लोगों को लेकर सतर्कता बरत रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बस्तियों में रहने वाले लोगों का सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं। पहले ज्वालापुर पुलिस ने बड़े स्तर पर अभियान चलाकर सत्यापन किया।
इसी क्रम में मंगलवार को रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में कोतवाल कमल मोहन भंडारी की अगुवाई में पुलिस टीम के अलावा खाद्य आपूर्ति विभाग, विकास विभाग, तहसील कार्यालय, चिकित्सा विभाग सहित अन्य विभागों की टीम ने सत्यापन अभियान चलाया। अर्द्धसैनिक बल, पीएसी के साथ मौके पर पहुंची टीमों ने निर्बल बस्ती, रानीपुर, कालागेट के पास सलेमपुर, न्यू शिवालिक नगर स्थित झुग्गी बस्ती में रह रहे लोगों को बसों में बैठाया। इसके बाद उन्हें पुलिस लाइन रोशनाबाद ले जाया गया। नगर पुलिस अधीक्षक पंकज गैरोला ने बताया कि बाहरी राज्यों के करीब 400 महिला और पुरुषों के आधार कार्ड, राशन कार्ड आदि प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया गया। सभी विभागों की टीमों ने अपने विभागों से संबंधित दस्तावेजों की जांच की। तकनीकी सहायकों के सहयोग से आधार कार्ड के वास्तविकता की पुष्टि की गई। जिन लोगों के दस्तावेजों में कमियां पाई गईं, उनकी जांच शुरू कर दी गई है।