चौसला के बाद गौलापार के देवला तल्ला पजाया में डेमोग्राफी चेंज की कोशिशों को प्रशासन ने बृहस्पतिवार को पांच घंटे में मिट्टी में मिला दिया। यहां दो कॉलोनियों के लिए की गई प्लॉटिंग को जिला विकास प्राधिकरण ने तीन जेसीबी मशीनों की मदद से ध्वस्त कर दिया। संतलोक आश्रम को सील करने के अगले ही दिन प्राधिकरण ने यह दूसरी बड़ी कार्रवाई की। देवला तल्ला पजाया में बसाई जा रही कॉलोनियों में मुस्लिम समुदाय की पूरी बस्ती बसाने की शिकायतें सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई गई थीं। शिकायत के मुताबिक आननफानन 111 रजिस्ट्री कराई गई थीं, जिसमें से 109 मुस्लिम समुदाय के लोगों के नाम पर थीं। इनमें से भी ज्यादातर लोग बाहरी राज्यों के हैं।
बृहस्पतिवार को प्राधिकरण की टीम पुलिस फोर्स लेकर मौके पर पहुंची। भूस्वामी प्लॉटिंग की स्वीकृति से संबंधित कागज टीम को नहीं दिखा सके। केवल रजिस्ट्री के कागज दिखाते रहे। इस पर अधिकारियों ने कहा कि वे प्लॉटिंग अवैध होने के कारण कार्रवाई कर रहे हैं। खरीद फरोख्त में गड़बड़ी की बात ही नहीं है। इसके बाद टीम ने उक्त भूमि पर बनाई गई सीसी रोड, चहारदीवारी आदि को ध्वस्त कर दिया। फिर इसके समीप यशवंत सिंह राणा की ओर से आठ बीघा भूमि पर की गई अवैध प्लॉटिंग को उखाड़ डाला। राणा ने भी रेरा और प्राधिकरण के नियमों का पालन नहीं किया था। प्राधिकरण सचिव विजय नाथ शुक्ला, के साथ संयुक्त सचिव एपी बाजपेयी, सीओ नितिन लोहनी, एसओ बनभूलपुरा नीरज भाकुनी, प्राधिकरण के सहायक अभियंता अभिषेक व अवर अभियंता प्रदीप अवस्थी आदि भी मौजूद रहे।







