खटीमा में बुधवार तड़के चार बजे से बारिश शुरू हुई, जो दिनभर जारी रही। नगला तराई, झनकईया, मेलाघाट, अशोक फार्म, हल्दी आदि गांवों में बारिश के साथ ओले पड़ने से सब्जी और मक्के की खेती को नुकसान हुआ। कुटरी गांव में बिजली गिरने से मकान का छज्जा क्षतिग्रस्त हो गया। कई जगह जलभराव की भी समस्या हुई। तड़के हुई बारिश के साथ ओले पड़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में मक्के की खेती, सब्जियों को काफी नुकसान हुआ। कुछ घरों की छप्पर क्षतिग्रस्त हो गई। खटीमा बाजार क्षेत्र में सितारगंज मार्ग के किनारे और दुकानों के आगे बरसाती पानी जमा हो गया। कुछ स्थानों पर नालियां चोक होने की भी शिकायत रही।
इसके अलावा राजीव नगर, अमाऊं, मयूर विहार आदि क्षेत्रों में कीचड़ होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे ड्रेनेज सिस्टम की पोल खुल गई। इधर तहसीलदार वीरेंद्र सजवाण ने बताया कि सुबह के समय कुटरी निवासी दीवान सिंह के मकान के छज्जे का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त होने का पता चला है। पटवारी को मौका मुआयना करने के लिए भेजा गया था। नगर पालिका के ईओ दीपक शुक्ला ने बताया कि शहर की सभी नालियों को सफाई की जा रही है। सितारगंज मार्ग की नालियों को भी दोबारा साफ किया जाएगा। थारू राइंका स्थित मौसम वेधशाला के प्रभारी नरेंद्र सिंह रौतेला ने बताया कि क्षेत्र में 27 मिमी बारिश होने से अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।