Sunday, September 21, 2025
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नेहरू ने रखी आत्मनिर्भर भारत की नींव: डॉ. जसविंदर सिंह गोगी

राजपुर रोड, देहरादून: भारत के पहले प्रधानमंत्री और आधुनिक भारत के निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर आज राजपुर रोड स्थित मुख्यालय में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नेहरू जी को नम आंखों से याद किया और उनके योगदान को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पंडित नेहरू केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि एक विचारक, दूरदर्शी और आधुनिक भारत के वास्तुकार थे। उन्होंने कहा कि नेहरू जी ने न केवल भारत को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि स्वतंत्रता के बाद देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अनेक ऐतिहासिक कदम भी उठाए।

डॉ. गोगी ने कहा कि नेहरू जी गांधीजी के विचारों से अत्यंत प्रभावित थे और वर्ष 1912 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़ गए थे। वर्ष 1920 में प्रतापगढ़ में किसानों के पहले संगठित आंदोलन का नेतृत्व उन्हीं ने किया। 1928 में लखनऊ में साइमन कमीशन के विरोध में वे घायल हुए और 1930 के नमक सत्याग्रह के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर छह महीने की सजा भुगतनी पड़ी।

1935 में अल्मोड़ा जेल में उन्होंने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक ‘आत्मकथा’ की रचना की। उनका जीवन संघर्षों और आदर्शों से भरा हुआ था। वे कुल 9 बार जेल गए, लेकिन उनके विचारों में कभी भी समझौता नहीं हुआ। वर्ष 1954 में उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया।

नेहरू जी का योगदान केवल राजनीति तक सीमित नहीं था, उन्होंने वैज्ञानिक शोध, तकनीकी शिक्षा और परमाणु ऊर्जा जैसे क्षेत्रों को भी राष्ट्रीय विकास की धुरी बनाया। डॉ. गोगी ने बताया कि पंडित नेहरू को विज्ञान की शक्ति और भविष्य में उसकी भूमिका की गहरी समझ थी। उन्होंने 1948 में परमाणु ऊर्जा आयोग की स्थापना की, जिसके प्रथम अध्यक्ष प्रसिद्ध वैज्ञानिक होमी जहांगीर भाभा बने। इस आयोग ने शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु ऊर्जा के विकास पर कार्य किया और यह सीधे नेहरू जी के मार्गदर्शन में संचालित होता था।

अगस्त 1956 में मुंबई में एशिया का पहला परमाणु रिएक्टर “अप्सरा” चालू किया गया, जो देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। डॉ. गोगी ने कहा कि नेहरू जी की दूरदर्शिता ही थी जिसने भारत को आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर किया।

सभा में उपस्थित प्रमुख नेताओं में प्रदेश प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह, मंजू त्रिपाठी, अनिल गुप्ता, वंदना राही, लक्की राणा (महानगर अध्यक्ष अनुसूचित जाति विभाग), हरिंदर सिंह बेदी, वीरेंद्र पंवार, नितेश राजोरिया, विकास ठाकुर, प्रवीण भारद्वाज, सूरज छेत्री, अशोक कुमार, सावित्री थापा, मंजू, विजय गुप्ता, अनुराधा तिवारी सहित अनेक वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कार्यक्रम का समापन पंडित नेहरू के विचारों को आत्मसात करने और उनके सपनों के भारत को साकार करने के संकल्प के साथ किया गया।

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