रामनगर महाविद्यालय परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने के मामले में मंगलवार को हंगामा खड़ा हो गया। परिसर से खाली बोतलें इकट्ठा कर शिकायत करते हुए एबीवीपी के कॉलेज अध्यक्ष प्राचार्य के पास ले गए। गुस्साए प्राचार्य ने एबीवीपी के कॉलेज अध्यक्ष को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं समेत तमाम छात्र प्राचार्य कक्ष के बाहर ही धरने पर बैठ गए। एसडीएम के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ।सोमवार सुबह परीक्षा देने जा रहे कई छात्र-छात्राओं को महाविद्यालय में मदिरा की खाली बोतलें दिखाईं दी थी। इसके बाद एबीवीपी के कॉलेज अध्यक्ष नितिन शर्मा ने मामले की शिकायत प्राचार्य प्रो. एमसी पांडे से की। कहा कि कॉलेज की सुरक्षा के लिए महाविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार होता है, जो अराजकता रोकने के इस मामले में मौन पड़ा है।
इधर मंगलवार को नितिन शर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर 20 से अधिक खाली बोतलें महाविद्यालय से एकत्रित की। वह इन्हें लेकर प्राचार्य कार्यालय पहुंचे। आरोप है कि प्राचार्य ने गुस्से में आकर उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद वहां छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। प्राचार्य को हटाने की मांग को लेकर छात्र वहीं धरने पर बैठ गए। उन्होंने प्राचार्य के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्र नेताओं ने आरोप लगाया कि प्राचार्य ने महाविद्यालय की सफाई व महाविद्यालय में मदिरा का सेवन कर रहे लोगों पर कार्रवाई के स्थान पर छात्रों की आवाज को दबाने का कार्य किया है।
हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस
हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया। पुलिस के पहुंचते ही छात्र नेता और उग्र हो गए। उन्होंने कहा कि वह अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, कॉलेज प्रशासन उनकी आवाज को ही दबाने का काम कर रहा है।
एसडीएम के समझाने पर शांत हुआ मामला
एसडीएम प्रमोद कुमार व तहसीलदार मनीषा मारकाना धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने छात्रों व प्राचार्य से वार्ता कर मामले को शांत कराया। इसके बाद छात्रों ने धरना समाप्त किया। इस दौरान संगठन मंत्री संतोष जुयाल, नीरज कंडारी, हीरा भंडारी, किशन ठाकुर, आशु मेहरा, मनोज पांडेय समेत एबीवीपी के तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे। मंगलवार को मैं अपने कार्यालय में गोपनीय कार्य कर रहा था। इस बीच कुछ छात्र उनके कार्यालय में घुसे और उनके पैरों के पास मदिरा की बोतलें पटक दी। छात्र नेता को थप्पड़ मारने की बात गलत है। महाविद्यालय में सफाई व सुरक्षा के कार्य किए जा रहे हैं। – डॉ. एमसी पांडेय, प्राचार्य, रामनगर महाविद्यालय