नैनीताल पालिका बोर्ड की सोमवार को हुई बैठक में खासा हंगामा हुआ। सभासदों ने कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। तो कुछ कर्तव्यनिष्ठ कार्मिकों ने सवाल किए कि जनता से जुड़ा विभाग होने के बावजूद पालिका के कर्मचारी ड्यूटी समय में पटल पर क्यों नहीं रहते। दो घंटे से अधिक समय का लंच क्यों होता है। पालिकाध्यक्ष इसे गंभीरता से लें और औचक निरीक्षण कर सभी को दिशानिर्देश दें। आपात बोर्ड बैठक में सभासद मनोज जगाती ने कहा कि पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल की ओर से पालिका चुंगी व पार्किंग में स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़ीं महिलाओं की जिम्मेदारी तय करने के बावजूद उन्हें इधर से उधर किसके आदेश पर किया जा रहा है।
निर्देश के बावजूद पार्किंग में वाहनों के प्रवेश व बाहर जाने को रजिस्टर में पंजीकृत क्यों नहीं किया जा रहा है। पालिकाध्यक्ष ने टीएस, टीआई को तलब कर उनसे इस बाबत सवाल किए व पुनरावृत्ति होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। कहा कि पार्किंग में वाहनों के प्रवेश व निकासी का रजिस्टर हो। कोई भी सभासद कभी भी चेकिंग कर सकता है। शाम को इसका कार्यादेश भी जारी हुआ। बैठक में मौजूद पालिका के कार्मिक ने कार्यालय में लापरवाही पर सवाल उठाए। कहा कि पूर्व पालिकाध्यक्षों की तरह औचक निरीक्षण हो, पटल पर कार्मिक नदारद मिलेंगे। सुबह चुनिंदा को छोड़कर शेष आफिस नहीं पहुंचते हैं, लंच कब व कितना होगा ये सवाल है, शाम को चार बजे से पहले रवानगी हो जाती है। पालिकाध्यक्ष ने सार्थक पहल का आश्वासन दिया।