नैनीताल में जू रोड पर छावनी परिषद की ओर से व्यावसायिक वाहनों से शुल्क वसूली पर डीएम ने रोक लगा दी है। डीएम ने पालिका और कैंट के अधिकारियों को बैठक कर विवाद सुलझाने के निर्देश दिए हैं। नैनीताल में जू निर्माण के बाद यहां जाने के लिए टैक्सियों का संचालन होता था। इस कारण लगातार जाम लगता था। प्रशासन ने पालिका को इस मार्ग पर शटल सेवा शुरू करने को कहा। पहले इस मार्ग पर करीब आठ साल शटल सेवा चलाई गई। इस बार मई से ई-कॉमेट बसों का संचालन शुरू हुआ। पालिका ने इसका ठेका एक संस्था को दिया है।
इसके बाद छावनी परिषद ने इस मार्ग पर अपनी भूमि आने का हवाला देते हुए पालिका से ई-कॉमेट बस सेवा से 30 फीसदी हिस्सा मांग लिया था। इसके बाद इस मार्ग पर छावनी परिषद ने कॉमर्शियल वाहनों से शुल्क वसूली शुरू कर दी। साथ ही ई-कॉमेट सेवा पर भी शुल्क लगाने की चेतावनी दी। दोनों पक्षों में वार्ता भी हुई, लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया जा सका।मंगलवार को नगर पालिकाध्यक्ष ने छावनी के सीईओ वरुण को पत्र लिखकर हिस्सेदारी देने से इंकार कर दिया। उधर, दो विभागों में तकरार के बाद डीएम वंदना ने कैंट सीईओ को तलब कर लिया। उन्होंने पालिका के ईओ के साथ बैठक कर मामले को सुलझाने के निर्देश दिए। डीएम ने विवाद का हल निकलने तक तक जू रोड पर शुल्क वसूली बंद करने को कहा है। डीएम वंदना ने बताया कि फिलहाल वसूली बंद करने को कहा गया है। दोनों निकाय इस मामले को बैठकर सुलझाएंगे।
भवाली रोड पर टैक्सी यूनियन से कैंट ने मांगे छह हजार प्रतिमाह
भवाली रोड पर चलने वाले टैक्सी वाहनों से पार्किंग के लिए छावनी परिषद ने छह हजार रुपये प्रतिमाह मांगे हैं। यूनियन ने बताया कि भवाली रोड पर उनके 10 वाहनों की पार्किंग की प्रशासन ने सहमति दी थी। अब कैंट को छह हजार रुपये प्रतिमाह नहीं दे पाएंगे। इस पर डीएम वंदना ने छावनी परिषद के सीईओ वरुण कुमार को तलब किया। डीएम ने सीईओ से दोनों पक्षों में बैठक करने न्यूनतम शुल्क लगाने के निर्देश दिए हैं।
कैंट के आंतरिक मार्गों पर पार्क हो रहे वाहन
कैंट क्षेत्र में तीन पार्किंग की मंजूरी प्रशासन ने दी है। इसके बाद भी आंतरिक मार्गों पर वाहन पार्क किए जा रहे हैं। इसे लेकर रिचमंड विला के सह मालिक सेवानिवृत्त कर्नल अखिल साह ने सीईओ कैंट को वाहनों की पार्किंग पर आपत्ति जताई है। दो जून 2024 को कैंट प्रशासन को उन्होंने मेल के जरिये इसकी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। डीएम वंदना ने बताया कि कैंट क्षेत्र में तीन पार्किंग स्थल चिह्नित हैं। आंतरिक मार्गों पर पार्किंग अवैध है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।