मानसून सीजन से पहले टाइफाइड ने दस्तक दे दी है। उप जिला अस्पताल में रोजाना पांच मरीज टाइफाइड से ग्रस्त पाए जा रहे हैं। वहीं, लगातार गर्मी बढ़ने के साथ सामान्य उल्टी और दस्त के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। अस्पताल में रोजाना 35 मरीज उल्टी-दस्त की शिकायत के साथ उपचार के लिए आ रहे हैं। इनमें से करीब आधे बच्चे हैं।पछवादून में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया। गर्मी बढ़ने के साथ उल्टी और दस्त के मामले भी बढ़ रहे हैं। उप जिला अस्पताल में सामान्य रोग की ओपीडी में रोजाना 20 और बाल रोग की ओपीडी में 15 मरीज उल्टी और दस्त की शिकायत लेकर आ रहे हैं। उल्टी और दस्त के चार से पांच मरीजों को भर्ती भी करना पड़ रहा है।
मानसून सीजन अभी शुरू नहीं हुआ है। लेकिन, टाइफाइड के मामले आने शुरू हो गए। टाइफाइड से ग्रस्त मरीजों को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही है।बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि तापमान में वृद्धि से बैक्टीरिया और वायरस को पनपने के अनुकूल वातावरण मिल जाता है। वहीं, भोजन और पानी के बैक्टीरिया और वायरस के संपर्क में आने से उल्टी, दस्त, टाइफाइड और पीलिया जैसे संक्रमण की आशंका भी बढ़ती है। कुछ एहतियात बरत कर संक्रमण की आशंका को कम किया जा सकता है।
कैसे करें बचाव
पानी उबालकर या फिल्टर कर पीएं
बाहर खुले में रखे खाद्य पदार्थ और फास्ट फूड का सेवन न करें
कुछ-कुछ देर बाद पानी पीते रहें
हल्का और सुपाच्य भोजन करें
भोजन में तरल खाद्य पदार्थ अधिक शामिल करें
बाहर से घर आने के बाद हाथ जरूर धोएं
उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर ओआरएस या नमक, चीनी के घोल वाला पानी पीते रहें