निजी वाहनों में तोड़फोड़ का आरोप लगाते हुए दरोगा और सिपाही ने तहसील के इंजीनियर की पिटाई कर दी। आरोप है कि बिना तहसील के अधिकारियों को सूचना दिए इंजीनियर को पुलिस थाने ले गई। वहां अभद्रता करते हुए मारपीट की। मामले में दोनों पक्षों ने पुलिस को तहरीर दी है। तहसील के नेटवर्क इंजीनियर अनुभव पोखरियाल ने पुलिस को बताया कि तहसील के पीछे एसडीआरएफ, पुलिस और सैलानियों के वाहन खड़े रहते हैं। तीन वाहनों में किसी अज्ञात व्यक्ति ने तोड़फोड़ की थी। पुलिस हमारे पर जबरन आरोप लगा रही थी। बताया कि चकराता थाने के उप निरीक्षक युद्धवीर सिंह और सिपाही धर्मवीर सिंह उन्हें थाने ले गए। इसकी सूचना अधिकारियों को नहीं दी गई।
थाना प्रभारी की अनुपस्थिति में उनसे वाहनों की तोड़फोड़ के बारे में पूछताछ की गई। पुलिस ने उनसे गाली-गलौज करते हुए मारपीट भी की। बताया कि उन्हें काफी चोटें आई हैं। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपना उपचार और चिकित्सकीय जांच करवाई। नेटवर्क इंजीनियर ने बताया कि उप निरीक्षक और सिपाही अक्सर बाजार में लोगों से अभद्रता करते हैं। वहीं, चकराता थाने में तैनात सिपाही धर्मवीर सिंह ने नेटवर्क इंजीनियर अनुभव पोखरियाल, तहसील कर्मी कार्तिकेय और होमगार्ड जसवीर के खिलाफ वाहनों को नुकसान पहुंचाने की तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की है। थाना प्रभारी चकराता चंद्रशेखर नौटियाल ने बताया कि तहसील के नेटवर्क और सिपाही की ओर से तहरीर मिली थी। दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।