देहरादून, 16 जून:
यारियां सोसाइटी, देहरादून द्वारा एलजीबीटीक्यू+ (LGBTQ+) समुदाय के अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष कानूनी साक्षरता कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम “द हमसफ़र ट्रस्ट” के सहयोग से होटल लॉर्ड्स में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा उपस्थित रहे। कार्यशाला की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई, जिसके बाद विषय विशेषज्ञों द्वारा एलजीबीटीक्यू+ समुदाय के अधिकारों और स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा की गईं।
इस मौके पर देहरादून जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) की ओर से श्रीमती लता राणा, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री दीपक और श्री हरकिशन ने समुदाय के सदस्यों को उनके संवैधानिक और कानूनी अधिकारों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत में LGBTQ+ समुदाय को अब क्या-क्या अधिकार प्राप्त हैं और किस प्रकार वे कानूनी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
स्वास्थ्य संबंधी पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए डॉक्टर सबनम अजमी मालिक ने समुदाय के सदस्यों को यौन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य और समुचित चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।
इस कार्यशाला में यारियां सोसाइटी के सभी पदाधिकारी सक्रिय रूप से शामिल रहे। इसके साथ ही उत्तराखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति (USACS) के प्रतिनिधि श्री संजय सिंह, और पीएचएफआई (PHFI) संस्था के प्रतिनिधि श्री बीर सिंह ने भी कार्यशाला में भाग लिया।
कार्यक्रम का संचालन यारियां सोसाइटी की प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर रेक्सा दानु और उनकी टीम द्वारा किया गया। कार्यशाला में लगभग 40 एलजीबीटीक्यू+ प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों से संवाद किया।
यह पहल LGBTQ+ समुदाय को सामाजिक मुख्यधारा में सम्मिलित करने और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।