रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय में उपकरणों की कमी के चलते मरीजों के आंखों के ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं। इसके चलते लोगों को महंगे दामों में प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराना पड़ रहा है। उधर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि आंखों के ऑपरेशन के लिए ए-स्कैन समेत पांच से अधिक उपकरणों के लिए प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है। उपकरणों के मिलते ही अस्पताल में ऑपरेशन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
रामनगर अस्पताल में प्रतिदिन चार सौ से पांच सौ की ओपीडी होती है। इसमें पीरूमदारा, ढिकुली, सांवल्दे, क्यारी, मोहान समेत कई दूरस्थ क्षेत्रों से लोग उपचार कराने के लिए पहुंचते हैं। एक अप्रैल से रामनगर का संयुक्त चिकित्सालय पीपीपी मोड से हटकर स्वास्थ्य विभाग के अधीन आने के बाद से यहां आंखों के ऑपरेशन बंद हैं। इसके चलते यहां आंखों का उपचार कराने आने वालों को लोगों को प्राइवेट अस्पतालों से महंगे दामों में अपना उपचार कराना पड़ रहा है।आपॅरेशन के लिए कई उपकरण आने हैं। इसके लिए ए-स्कैन समेत पांच से अधिक उपकरण की मांग की है। उपकरणों के आते ही अस्पताल में आंखों के ऑपरेशन शुरू किए जाएंगे। – डॉ. विनोद टम्टा, सीएमएस, रामनगर।