आईवीआरआई के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक को चार दिन डिजिटल अरेस्ट रखकर ठगे गए 1.29 करोड़ रुपये देश के अलग-अलग हिस्सों में 75 बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए। साइबर थाना पुलिस ने इन सभी खातों को फ्रीज करा दिया है। हालांकि देरी होने से पूरी रकम वापसी मुश्किल लग रही है, जल्द ही रकम वापसी की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।आईवीआरआई परिसर में रह रहे हाल ही में सेवानिवृत्त हुए पश्चिमी बंगाल के मूल निवासी वैज्ञानिक से सप्ताह भर में साइबर ठगों ने एक करोड़ 29 लाख रुपये ठग लिए। शिकायत होने पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। ठगी की रकम वापस दिलाने के लिए साइबर थाने की टीम लगातार ईमेल करके खातों को फ्रीज कराने में जुट गई। प्राथमिक जांच में पता लगा है कि ठगों ने पहले तीन खातों में यह रकम मंगाई थी।
इसके बाद जिस दिन रुपये खाते में आते रहे, ठग उन्हें 73 अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करते गए। जिन बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर किए गए वह सभी बैंक खाते केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान और तमिलनाडु में संचालित है। पुलिस ने सभी खातों को फ्रीज करा दिया है। चूंकि रुपया अधिक खातों में ट्रांसफर किया गया है तो आशंका है कि डेबिट कार्ड व ऑनलाइन शॉपिंग के जरिये इस रकम को निकाल लिया हो।सेवानिवृत्त वैज्ञानिक से ठगे गए रुपयों को 75 बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया है। ये बैंक खाते केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के हैं। सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं। पुलिस अब ये पता लगाने में जुटी है कि कितनी रकम इन खातों में शेष बची है। – नीरज कुमार, इंस्पेक्टर, साइबर क्राइम थाना