हरिद्वार। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने स्वास्थ्य विभाग को जिले को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य दिया है। उन्होंने कहा कि जिला टीबी मुक्त हो इसके लिए एक साल के अंदर शत प्रतिशत परिणाम और इसकी रिपोर्ट देनी होगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभागों से गठित टास्क फोर्स की कार्ययोजना को लेकर भी चर्चा किया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मीजल्स-रूबेला, टीबी से मुक्त कराने के लिए चलाए जा रहे अभियान को लेकर समीक्षा की। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जिले में आपसी समन्वय के साथ कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। मौजूद अधिकारियों से कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशों के क्रम में जो भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है कार्य भी उसी अनुरूप किए जाएंगे।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि अभियान के दौरान जिस उपकरण और संसाधन की आवश्यकता है उसे एक सप्ताह के भीतर सूचीबद्ध करते हुए उपलब्ध कराएं। सभी चिकित्साधिकारियों और कार्मिकों को निर्देश दिए कि वह इन तमाम संचारी रोगों के उन्मूलन कार्यक्रम में संवेदनशीलता के साथ कार्य करेंगे। बैठक के दौरान डॉ. कोमल ने पीपीटी के माध्यम से जिले में मीजल्स-रूबेला के बारे में चलाए जा रहे कार्यक्रम की जानकारी दी। वहीं एसीएमओ डॉ. अनिल वर्मा ने भी विभागीय सफलता को लेकर प्रस्तुतिकरण दिया। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी आरके सिंह, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, आईएमए प्रेसिडेंट डॉ. विकास दीक्षित, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, ए सीएमओ अशोक कुमार तोमर, महाप्रबंधक उद्योग उत्तम कुमार तिवारी, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर तालियान, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशुतोष भंडारी, जिला बाल विकास अधिकारी सुलेखा सहगल, डॉ. नरेश चौधरी आदि मौजूद रहे।