हल्द्वानी शहर की सड़कों पर रोजाना लावारिस छोड़े गए पशु कदमताल करते नजर आते हैं। हाईवे हो या कॉलोनियों की आंतरिक सड़कें बाजार हो या फिर तंग गलियां हर जगह लावारिस जानवर मिल ही जाते हैं। इनके वजह से कई बार बाजार में भगदड़ की स्थिति बन चुकी है। लावारिस मवेशियों की टक्कर से इस साल अब तक पांच लोग जान गवां चुके हैं। ताजा मामला 29 जून की रात का है, जिसमें लामाचौड़ में रेस्टोरेंट स्वामी की बाइक गायों के झुंड से जा टकराई। गंभीर रूप से घायल रेस्टोरेंट स्वामी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हल्द्वानी, लालकुआं व गौलापार क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं आए दिन हो रही हैं। यह स्थिति तब है, जब हाईकोर्ट ने पूर्व में सरकार को सड़कों पर घूम रहे लावारिस मवेशियों को गोशालाओं में पहुंचाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी जिम्मेदारों की नींद नहीं खुली है।
जज फार्म क्षेत्र – समय सुबह 11 बजे
एक स्कूटी सवार सामान लेकर गली से आगे बढ़ ही रहा था कि सामने से आए तीन लावारिस मवेशियों ने सड़क घेर ली। सड़क के दूसरे छोर पर भी एक स्कूटी सवार इन मवेशियों के हटने का इंतजार कर रहा था। दोनों वाहन चालक काफी देत तक हॉर्न बजाते रहे लेकिन ये मवेशी टस से मस नहीं हुए। लगभग सात मिनट के बाद किसी तरह इन्हें हटाकर दोनों युवक गंतव्य के लिए रवाना हुए।
स्थान-रामपुर रोड – समय 12:29 बजे
नैनी विहार कॉलोनी की गली से निकला लावारिस सांड़ धीरे-धीरे रामपुर रोड की ओर आया। उसे देख एनएच पर दौड़ रही गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई। सड़क के बीचोंबीच खड़े सांड़ के कारण मौके पर थोड़ी देर जाम लगता है लेकिन बाद में चालक बचते-बचाते उसके बगल से वाहन निकालकर चले गए।
स्थान- देवलचौड़ – समय 12:35 बजे
एक सांड़ काफी देरी से सड़क किनारे लगे पौधों पर सींग मारता रहा। कुछ ही देर बाद वह एकाएक सड़क की ओर पलट गया। इससे सहमकर आसपास मौजूद लोग दूर भागे। सड़क पर इधर-उधर टहलकर यातायात बाधित कर रहे सांड़ के कारण चालकों को वाहन संचालन में परेशानी हुई।
स्थान तिकोनिया चौराहा – समय शाम 4:39 बजे
यहां चौराहे पर तीन गायें सड़क के बीचोंबीच खड़ी नजर आईं। इससे यातायात लगातार बाधित होते रहा। लोग बचते बचाते आगे बढ़ते रहे। इन्हें सड़क से हटाने वाला मौके पर कोई नजर नहीं आया।
स्थान-वर्कशाप रोड – समय सुबह 10:30 बजे
तिकोनिया से आगे वर्कशाप रोड पर सामने से आ रहे गायों के झुंड ने सड़क पर दौड़ रहे वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया। दोपहिया वाहन चालक गायों से बचते बचाते आगे बढ़ते रहे जबकि चौपहिया वाहन चालकों की अंगुलियां वाहन के हॉर्न पर जा टिकी। एक साथ कई वाहनों का शोर सुन झुंड तितर बितर होने लगा। राहगीर भी बचते बचाते आगे बढ़ते रहे। कुछ देर बाद एक-एक कर गायें आगे रेलवे पटरी की ओर बढ़ गई। इस दौरान कुछ देर यातायात बाधित रहा।
स्थान-खान चंद मार्केट – समय 10:20 बजे
अन्य दिनों की अपेक्षा खान चंद मार्केट में ज्यादा भीड़ नहीं थी। इसी दौरान लावारिस मवेशियों के एक झुंड ने किसी गली से निकलकर इस बाजार का रुख कर लिया। सामने गायों को देख राहगीर सहम गए और आसपास की दुकानों में शरण लेने लगे। दोपहिया वाहन चालक हॉर्न बजाकर कट मारते हुए आगे बढ़ते गए। तभी गायों का यह झुंड एक दुकान के आगे खड़ा हो गया। दुकानदार ने गायों को हटाना चाहा लेकिन वह टस से मस नहीं हुई। बाद में एक दुकानदार ने उन पर पानी का छिड़काव किया तो वह आगे बढ़ी। इसी तरह यह झुंड एक बाजार से दूसरी बाजार तक मंडराता रहा और लोग बचते बचाते आगे बढ़ते रहे।
एरोड्रम रोड – समय शाम 5:37 बजे
तिकोनिया से आर्मी कैंट की ओर सड़क किनारे कूड़ाघर है। यहां अक्सर लावारिस मवेशियों का झुंड मौजूद रहता है। बुधवार को भी कई गायें और सांड़ मौके पर नजर आए। कुछ सड़क पर बैठे थे जबकि कुछ यातायात को बाधित कर रहे थे। यहां भी लोग इनसे बचते बचाते नजर आ रहे थे।
बरेली रोड – समय शाम 6:48 बजे
लटुरिया मंदिर से कुछ पहले दो सांड़ सड़क पर मौजूद नजर आए। एक डिवाइडर के उस पार था तो दूसरा इस ओर। दोनों यहां यातायात को बाधित कर रहे थे। कुछ ही देर बाद दोनों सांड़ सड़क पर आ गए। इससे यहां भी यातायात बाधित होते रहा।
दफ्तरों के आगे से गुजरता झुंड अफसरों को नहीं दिखता
15-20 लावारिस पशुओं का झुंड हर रोज दोपहर एक बजे से डेढ़ बजे के बीच जिलाधिकारी कैंप कार्यालय और नगर निगम के सामने से गुजरता है। यहां से यह पुलिस कैंटीन के पीछे की ओर से होते हुए पटेल चौक (बाजार) में दाखिल होकर कभी रामलीला मैदान की ओर तो तभी मंगल पड़ाव की ओर चले जाता है। इस झुंड के कारण कई बार नैनीताल रोड जाम हो जाती है तो कई दफा बाजार में भगदड़ भी मचती है। इसके बावजूद यह झुंड नगर निगम के अधिकारियों को नजर नहीं आता है।निगम के पास अभी साढ़े चार सौ गोवंश क्षमता वाली दो गोशालाएं हैं। दोनों पैक हो चुकी हैं। दो शेड अभी बनाए जा रहे हैं। इनके बनने के बाद दो हजार गोवंश को आश्रय दिया जा सकेगा। डेढ़ माह में दोनों बनकर तैयार हो जाएंगी। इसके बाद भी निगम की ओर से सड़कों पर नजर आने वाले गोवंश को उठाकर गोशालाओं में भेजा जा रहा है। – ऋचा सिंह नगर आयुक्त नगर निगम हल्द्वानी