Sunday, September 21, 2025
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आईटीबीपी की मुख्य धारा में शामिल हुए 53 युवा अधिकारी

मुख्य अतिथि आईटीबीपी महानिदेशक राहुल रसगोत्रा ने 25 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद 52 चिकित्सा अधिकारी, 1 उप सेनानी/जैग अधिकारी सहित 53 अफसरों को शपथ दिलाई। इनमें 14 महिला अधिकारी भी शामिल हैं। भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में आयोजित भव्य दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह में 53 युवा अधिकारी संविधान एवं बल के प्रति निष्ठा एवं समर्पण की शपथ लेकर आईटीबीपी की मुख्यधारा में शामिल हो गए। पासिंग आउट परेड का नेतृत्व महिला अधिकारी ताविशी कोयार ने किया।

राहुल रसगोत्रा ने नवनियुक्त अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है। बल को आप लोगों से बहुत अपेक्षाएं हैं, इसलिए बल की परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए बल का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अकादमी में प्राप्त प्रशिक्षण से आप हर चुनौती का सामना कर सकेंगे। युवा अधिकारी होने के नाते पुरानी परंपराओं के निर्वहन के साथ-साथ बल में नये विचारों का भी समावेश करें। उन्होंने कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल 19 हजार फीट तक की ऊंचाई पर स्थित अग्रिम चौकियों में माइनस 45 डिग्री तापमान में भी मुस्तैदी से काम करने वाला एक अनुशासित और अति प्रशिक्षित बल है, जो कि देश के अलावा विदेशों में भी महत्वपूर्ण संस्थानों को सुरक्षा प्रदान कर रहा है। इस दौरान आईटीबीपी की कराटे टीम ने पीटी, जूडो-कराटे सहित विभिन्न विधाओं के हैरतअंगेज करतब दिखाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

राजस्थान के आठ, उत्तर प्रदेश के चार कैडेट बने अफसर
राजस्थान के आठ, केरल के आठ, तमिलनाडु के पांच, उत्तर प्रदेश के चार, आंध्रप्रदेश के तीन, हरियाणा के तीन, पंजाब के तीन, दिल्ली के तीन, मणिपुर के तीन, हिमाचल प्रदेश के दा गुजरात के दाे, तेलंगाना के दा, पुडुचेरी के दा, बिहार, असम, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड के एक-एक युवा अफसर आईटीबीपी की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं।

ई-अमोघ पत्रिका का विमोचन
पीओपी के बाद आईटीबीपी महानिदेशक राहुल रसगोत्रा ने ई-अमोघ पत्रिका का विमोचन किया। पुस्तक में आईटीबीपी के कोर्सों के अब तक के सफर का संग्रहण किया गया है। मुख्य अतिथि ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षणार्थियों को ट्राॅफी देकर सम्मानित किया। इस दौरान 54वें जी. ओज. कम्बैटाईजेशन कोर्स की श्रेष्ठ प्रशिक्षणार्थी ताविशी कोयार को ओवर ऑल बेस्ट एवं बेस्ट इन इनडोर और धर्मेंद्र सिंह गोबाड़ी को बेस्ट इन आउटडोर की ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।

महानिदेशक ने युवा अफसरों के कंधों पर सजाए सितारे
आईटीबीपी के महानिदेशक राहुल रसगोत्रा एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने युवा अधिकारियों के कंधों पर सितारे सजाकर उत्साह वर्धन किया। इस अवसर पर निदेशक पीएस डंगवाल, उप निदेशक अकादमी (प्रशिक्षण) राजेश शर्मा, उप निदेशक (प्रशासन) अजय पाल सिंह, सेनानी (प्रशासन) शोभन सिंह राणा, सेनानी (प्रशिक्षण) जीजू एस आदि अधिकारी मौजूद रहे।

पिथौरागढ़ के धर्मेंद्र को बेस्ट इन आउटडोर का खिताब
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के भटेड़ी गांव के रहने वाले युवा अधिकारी धर्मेंद्र सिंह गोबाड़ी को बेस्ट इन आउटडोर के खिताब से नवाजा गया। धर्मेद्र सिंह ने कहा कि देश सेवा का जज्बा बचपन से ही था, जो आज पूरा हुआ है। उनके पास आउट होने पर माता-पिता भी बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता असम राइफल में तैनात हैं। धर्मेंद्र सिंह के पिता खेम सिंह ने कहा कि आज उन्हें बड़ी खुशी हो रही है। कहा कि बेटा देश सेवा करके आगे बढ़े और आईटीबीपी में अपना अच्छा योगदान दे, यही मेरी शुभकामनाएं हैं।

मथुरा की ताविशी को मिली ओवरऑल बेस्ट की ट्रॉफी
पासिंग आउट परेड का नेतृत्व करने वालीं उत्तर प्रदेश के मथुरा की रहने वाली ताविशी कोयार को ओवरऑल बेस्ट एवं बेस्ट इन इनडोर की ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। ताविशी कोयार ने बताया कि उनके दादा आर्मी में थे। इसके अलावा पिता सेना से सेवानिवृत्त हैं और चाचा भी सेना में हैं। उनका सपना भी देश की सीमा पर रहकर देश सेवा करने का था, जो आज पूरा हुआ है। परेड का नेतृत्व करने पर उन्होंने कहा कि यह महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने का बेहतरीन अवसर था इससे यह बेहद खुश हैं।

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