गांव की सरकार लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई है। मगर त्रि-स्तरीय पंचायत चुनावों में यह छोटा चुनाव सांसद, विधायकी के चुनावों पर भारी पड़ गया। नैनीताल जिले में मतदाताओं ने लोकसभा, विधानसभा चुनावों से ज्यादा उत्साह ग्राम प्रधान, बीडीसी और जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव में दिखाया है। यही वजह है कि पंचायत चुनावों का वोट प्रतिशत पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों से ज्यादा रहा है। वह भी तब जब इस बार पंचायत चुनाव भरे मानसून में पहाड़ी जिले नैनीताल की तमाम दुरूह परिस्थितियों के बीच हुआ है।
पंचायत चुनाव में इस बार मतदान 74.35 प्रतिशत रहा। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में 66.05 और 2024 में लोकसभा चुनाव का मतदान प्रतिशत 61.75 प्रतिशत रहा था। मानसून के मौसम में पंचायत चुनाव होने पर मतदान प्रतिशत कम होने का अंदेशा था। लेकिन गांव की सरकार चुनने के लिए भीमताल, हल्द्वानी, कोटाबाग, रामनगर, रामगढ़, धारी, बेतालघाट और ओखलकांडा ब्लॉक की ग्राम पंचायतों के ग्रामीण मतदाताओं ने घरों से निकलकर 74.35 प्रतिशत मतदान किया।
नैनीताल जिला है काफी दुरूह
नैनीताल जिला भौगोलिक परिस्थितियों के लिहाज से दुरूह है। हल्द्वानी और रामनगर ब्लॉक को छोड़ दें तो भीमताल, बेतालघाट, ओखलकांडा का भूगोल काफी मुश्किल है। तमाम स्थानों पर तो लोगों ने भयंकर बरसात के बीच भी मतदान केंद्रों में पहुंचकर वोट डाला। यही नहीं नदी-नाले पार कर भी मतदाता गांव की सरकार चुनने के लिए मतदान केंद्रों तक पहुंचे।
वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव का मतदान प्रतिशत
विधानसभा – प्रतिशत
लालकुआं – 72.24%
भीमताल – 65.21%
नैनीताल – 54.91%
हल्द्वानी – 65.21%
कालाढूंगी – 67.91%
रामनगर – 70.74%
वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव का मतदान प्रतिशत
विधानसभा – प्रतिशत
लालकुआं – 60.16%
भीमताल – 55.89%
नैनीताल – 50.24%
हल्द्वानी – 57.98%
कालाढूंगी – 60.21%
वर्ष 2025 में पंचायत चुनाव में मतदान प्रतिशत
ब्लॉक प्रतिशत
रामगढ़ – 72.84%
धारी 75.95%
बेतालघाट 63.62%
ओखलकांडा 72.58%
भीमताल 81.10%
हल्द्वानी 73.61%
कोटाबाग 79.35%
रामनगर 75.13%